कल सर्किल स्तर पर भूख हड़ताल

ग्रामीण डाक सेवक फिर से आंदोलन की तैयारी में

शिमला – प्रदेश के ग्रामीण सेवक फिर से आंदोलन की तैयारियों में है। ग्रामीण सेवकों ने चार अक्तूबर से आंदोलन की रणनीति बना ली है, जिसके पहले चरण में चार व दस अक्तूबर को सांकेतिक भूख हड़ताल होगी। अगर इसके पश्चात भी केंद्र सरकार व डाक विभाग ने ग्रामीण डाक सेवकों की मांगे पूरी  नहीं की तो ग्रामीण डाक सेवक अपनी मांगो को लेकर फिर से बड़े आंदोलन का बिगुल फूंक देंगे।  ग्रामीण डाक सेवकों का आरोप है कि आश्वासन के बावजूद भी कमलेश चंद्रा कमेटी की सिफारिशों को यथावत लागू नहीं किया गया है। इसमें आश्वासन के बावजूद भी बड़ी कांट छांट की गई है। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ ग्रामीण डाक सेवक के राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेंद्र शर्मा ने कहा कि डाक विभाग द्वारा ग्रामीण डाक सेवकों से धोखा किया गया है। जिसके विरोध में चार अक्तूबर को सर्किल स्तर पर भूख हड़ताल होगी। दस अक्तूबर को ग्रामीण डाक सेवक दिल्ली में एक दिवसीय भूख हड़ताल करेंगे। बताते चलें कि ग्रामीण डाक सेवक इस वर्ष जून व जुलाई माह के दौरान 16 दिन की हड़ताल कर चुके हैं। इनके हड़ताल पर जाने से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में डाक सेवा पूरी तरह से चरमरा गई थी। हांलाकि सरकार के आश्वासन और कुछ मांगों को पूरा करने पर डाक सेवकों ने हड़ताल खत्म कर दी थी, लेकिन संघ का आरोप है कि सरकार ने आश्वासन के तहत उनकी मांगों को पूरा नहीं किया है।  ग्रामीण डाक सेवकों का आरोप है कि उन्हें 1.1.2016से लाभ मिलने थे, मगर उन्हें यह लाभ जुलाई 2018 से दिए गए है। जिससे एक ग्रामीण डाक सेवक को 40 हजार रूपए नुकसान हुआ है।