जीएसटी में बार-बार हो रहे बदलाव ने उलझाए व्यापारी

ऊना – जीएसटी कानून में बार-बार बदलाव और विसंगतियां होने से 31 मार्च, 2018 को समाप्त हुए वर्ष का रिकांसिलेशन अभी तक पेंडिंग है। जीएसटी का रजिस्ट्रेशन कब होगा? कब हमारे आयकर के रिटर्न फाइल होंगे? ये सब समझ के बाहर है। हिमाचल व्यपार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष सोमेश शर्मा व महामंत्री राकेश कैलाश ने कहा कि इसी बीच बैंक वाले लिमिट रिन्यू के लिए परेशान कर रहे हैं। छह महीने हो गए छमाही क्लोजिंग का बोझ फिर आ गया। इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने का समय अलग से व्यापारियों पर आया हुआ है। ऐसे में व्यपारी पूरी तरह से परेशान हैं। सोमेश शर्मा ने कहा कि चालू वर्ष के सात महीने पूरे होने जा रहे हैं, लेकिन सरकार ने व्यापारियों को उलझाकर रख दिया है। नीतियां किस दिशा में जाएंगी, ये हमें ही नहीं पता लग रहा है। इज़ ऑफ डूइंग बिजनेस की बात तो दूर की है। उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स विभाग के पुराने सालों के असेस्मेंट के नोटिस आने शुरू हो गए हैं। व्यापारी बुरी तरह परेशान हैं। कोई भी काम सही ढंग से नहीं कर पा रहा। ऊपर से दिवाली सीजन सामने है। देश की अर्थव्यवस्था हमारा व्यापारी चलाता है और अगर व्यापारियों का यही हाल रहा, तो भविष्य बहुत बुरा है।