डेंगू-स्क्रब टायफस ने चार लिटाए

आईजीएमसी में दो-दो पाजिटिव मामले आने से लोगों में हड़कंप

शिमला – राजधानी शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में  स्क्रब टायफस और डेंगू थमने का नाम नही ले रहा है। आए दिन स्क्रब टायफस और डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। आईजीएमसी अस्पताल में शनिवार को स्क्रब टायफस के लगभग दो मामले पाजिटिव पाए गए हैं। साथ ही डेगू के भी दो नए मामले पॉजिटिव पाए गए हैं।  मौसम में हुए बदलाव के साथ ही शहर में बीमारियों ने भी दस्तक दे दी है। जिसमें डेगू बुखार से लेकर स्वाइन फ्लू ने पूरी तहर से  पांव पसार लिए है। ऐसे में लोगों को इन बीमारीयों के होने का खतरा लगातार बना हुआ है। लोगों को यह डर सताने लगा है कि  कही इन बीमारीयों की चपेट में न आ जाएं। शनिवार को भी राजधानी शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में लोगों ने काफी संख्या में  अपना इलाज करवाया, जिससे यह सामने आया है कि राजधानी शिमला में अभी भी स्क्रब टायफस का खतरा लगातार बना हुआ है। इस बात का अंदाजा तो इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस वर्ष स्क्रब टायफस  के पॉजिटव पाए गए मामलों काआकंडा लगभग 400 के पार हो गया है। हालाकि स्क्रब टायफस का खतरा बरसातों के मौसम में अधिक रहता है। बावजूद इसके स्क्रब टायफस थमने का नाम नही ले रहा है। लोगों को अभी भी स्क्रब टायफ स का खौफ सता रहा है। डाक्टर भी  बार-बार स्क्रब टायफस से बचने के लिए लोगों को  एक ही संदेश देते है कि अपने शरीर की अच्छे से साफ-सफाई रखें। स्क्रब टायफस से बचने के लिए केवल साफ-सफाई रख कर ही बचा जा सकता है। अधिकतर देखा गया है कि  लोग खेतों में काम करने जाते हैं और शरीर के खुले भागों की सफाई की और कोई विशेष ध्यान  नहीं देते, जिस कारण स्क्रब टायफस के जीवाणु के फैलने का खतरा  अधिक बना रहता है। ऐसे मे डाक्टर सलाह देते हैं कि अपने शरीर के खुले भागों  की साफ-सफाई रखें और यदि स्क्रब टायफस के लक्षण दिखे तो नजदीकी अस्पताल में बिना समय गवाण्  सही इलाज और डाक्टर से परामर्श करें। वहीं अस्पतालों में डेंगू के पिछलें एक हफ्ते से लेकर अभी तक सोलह मामलों के पॉजीटिव आने से शहर में हड़कप मच गया है।  डाक्टर सलाह देते हैं कि यदि डेंगू के लक्षण दिखे तो समय रहते नजदीकी अस्पताल में  उचित इलाज करवाएं।