तीन मूर्ति भवन में प्रधानमंत्री संग्रहालय का शिलान्यास

लुटियंस दिल्ली में तीन मूर्ति मार्ग पर प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु का अावास रहे ‘तीन मूर्ति भवन’ में सोमवार को अपनी तरह के पहले ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ का शिलान्यास किया गया। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने सुबह परंपरागत ढंग से भूमि पूजन करते हुए इस ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ की आधारशिला रखी। इस अवसर पर श्री पुरी ने कहा कि यह संग्रहालय भारत के प्रधानमंत्रियों के सम्मान में बनाया जा रहा है। यह अपनी तरह का अकेला और पहला संग्रहालय है जहां पूर्व प्रधानमंत्रियों से संबंधित वस्तुओं और उनको मिले उपहारों को रखा जाएगा। इस अवसर पर नेहरु समारक एवं पुस्तकालय के निदेशक शक्ति सिन्हा भी मौजूद थे। श्री पुरी ने कहा कि स्वतंत्र भारत के सभी प्रधानमंत्री महान नेता, विद्वान और दूरदर्शी रहे हैं। यह संग्रहालय अाने वाली पीढ़ियों को प्रधानमंत्रियों की व्यक्तित्व एवं कृतित्व को समझने में मदद करेगा। यह सभी प्रधानमंत्रियों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। प्रधानमंत्री संग्रहालय में पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह, आई के गुजराल, चंद्रशेखर समेत सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का भारतीय राजनीति में स्थान और योगदान एक छत के नीचे दिखेगा। दस हजार वर्ग फुट में बनने वाले संग्रहालय में पूर्व प्रधानमंत्रियों के लोकतंत्र में योगदान और उनके राजनीतिक सफर को प्रस्तुत किया जाएगा।नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले दिनों नेहरु स्मारक को ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ में तब्दील करने का फैसला किया गया था। अभी तक यह भवन पंडित नेहरु से संबंधित वस्तुओं और उपहारों को समर्पित था। यह भवन प्रथम प्रधानमंत्री का आजीवन आवास रहा था। तीन मूर्ति भवन का निर्माण 1929 में हुआ था। आजादी के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री यहां रहने आए और 1964 तक रहे। वर्ष 1964 में उनकी मृत्यु के बाद तत्कालीन सरकार ने इसे नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय में बदल दिया।