वामपंथी मनाएंगे विरोध दिवस

बुधवार को हरियाणा में हड़ताल पर डटे रोडवेज कर्मियों के हक में बुलंद करेंगे आवाज

 गुड़गांव —हरियाणा के वामपंथी दल प्रदेश में चल रही रोडवेज कर्मियों की हड़ताल के समर्थन में और परिवहन विभाग के निजीकरण की सरकार की कोशिशों के विरोध में 31 अक्तूबर, बुधवार को ‘विरोध दिवस’ मनाएंगे। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सुरेंद्र सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दरियाव सिंह कश्यप, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) (एसयूसीआई-सी) के सत्यवान और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के प्रेम सिंह गहलावत ने जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि रोड़वेज कर्मचारियों की हड़ताल प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार की हठधर्मिता की वजह से जारी है। बयान में उन्होंने आरोप लगाया गया है कि कर्मचारियों पर चलाए जा रहे भीषण दमन चक्र और यात्रियों की जान जोखिम में डालकर नौसिखिये लोगों से बसें चलवाना घोर निंदनीय है।  श्री सिंह के अनुसार बुधवार को चारों वामपंथी दल प्रदेश भर में विरोध दिवस मनाएंगे और रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में रोष प्रदर्शन करेंगी। वामपंथी नेताओं ने कहा कि प्रदेश की तमाम विपक्षी पार्टियों ने रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन किया है, परंतु जिस प्रकार हड़ताल तोड़ने के लिए सरकार कर्मचारियों पर दमन चक्र चला रही है और जनता को भारी असुविधा हो रही है, उसमें यह  अपेक्षा की जाती है कि तमाम विपक्षी पार्टियां सड़कों पर उतर कर इसका प्रतिरोध करें। रोडवेज के कर्मचारी 16 से परिवहन विभाग के निजीकरण के विरोध में हड़ताल पर हैं। प्रदेश के लगभग दो लाख कर्मी 26 अक्तूबर को सामूहिक अवकाश लेकर सरकार के निजी बसें किराए पर लेने के फैसले का विरोध कर चुके हैं और अब कर्मचारियों के 150 से ज्यादा  संगठनों ने 30-31 अक्तूबर को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।