हक के लिए फिर संग्राम छेड़ेंगे ग्रामीण डाकसेवक

शिमला  – प्रदेश के ग्रामीण डाक सेवक मांगों को लेकर फिर से संघर्ष का बिगुल फूकेंगे। केंद्र सरकार व डाक विभाग द्वारा आश्वासन के बावजूद मांगें पूरी न करने पर ग्रामीण डाक सेवकों ने एक बार फिर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। पहले चरण में ग्रामीण डाक सेवक नवंबर में सांकेतिक हड़ताल करेंगे, जबकि मांगें पूरी न होने की सूरत में दिसंबर माह से अनिश्चितकालीन हड़ताल का फैसला लिया गया है। ग्रामीण डाक सेवकों का आरोप है कि इस वर्ष व जुलाई माह के दौरान 16 दिन की हड़ताल के बाद केंद्र सरकार व विभाग ने उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था। डाक सेवकों को कुछ वित्तीय लाभ की घोषणा भी की गई थी, मगर आश्वासन के बावजूद कमलेश चंद्रा कमेटी की सिफारिशों को यथावत लागू नहीं किया गया है। इसमें कांट-छांट कर कर्मचारियों के साथ छलावा किया गया है। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ ग्रामीण डाक सेवक के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि ग्रामीण डाक सेवक अपने हक के लिए 10 अक्तूबर को दिल्ली में होने वाली सांकेतिक भूख हड़ताल में भाग लेंगे। इसके बाद डाक सेवक 15 नवंबर को एक दिवसीय हड़ताल करेंगे।