सुनहरे अक्षरों में अंकित करवाना है नाम

हमीरपुर से महज 21 साल के रैफरी 80 मैचों का कर चुके फैसला

अंकित चौधरी

 चार

वर्ष का अनुभव

 80

मैचों

में रैफरी

की भूमिका

 फुटबाल की पौध तैयार करने में कर रहे मदद

 सोलन —महज 21 साल की उम्र में स्टेट लेवल पर 80 मैचों में रैफरी बन हिमाचल फुटबाल में नाम कमा रहे हमीरपुर के अंकित चौधरी ने युवा पीढ़ी को संवारने और खुद के लिए कई सपने देखे हैं। कम उम्र में वह जिला स्तर पर फुटबाल की पौध भी तैयार कर रहे हैं। अंकित चौधरी का सपना है कि वह देश भर में होने वाले मैचों बेहतरीन रैफरी साबित हों और भारतीय फुटबाल के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाएं। वहीं, युवा रैफरी अंकित ने बताया कि ‘दिव्य हिमाचल’ फुटबाल लीग के जरिए प्रदेश के खिलाडि़यों को आगे लाने के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के खिलाडि़यों को ‘दिव्य हिमाचल’ बेहतरीन प्लेटफार्म प्रदान कर रहा है, जो कि बेहद काबिले तारिफ  है। प्रदेश के खिलाड़ी देश-विदेश में नाम रोशन कर रहे हैं, जिसके लिए ‘दिव्य हिमाचल’ का खेल प्रतियोगिता में अहम योगदान रहा है। अंकित ने बताया कि इनसान के लिए अच्छी सेहत का होना बहुत जरूरी है, एक स्वस्थ शरीर से ही अच्छे मस्तिष्क का निर्माण होता है। शरीर को स्वस्थ्य रखने में खेलकूद और व्यायाम महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि खेलों के द्वारा तन और मन दोनों ही स्वस्थ रहते हैं, साथ ही खेलों से मानव में धैर्य सहनशीलता और मानवीय गुणों का विकास होता है। खेल सभी के जीवन में अहम भूमिका अदा करता है, खास कर छात्र जीवन में। इसीलिए हमें सभी को दिन का कुछ समय खेलकूद के लिए निकालना चाहिए। खेलों से तंदुरुस्ती के अलावा हमारा अच्छा खासा मनोरंजन भी हो जाता है। इनसे खिलाड़ी में आत्म निर्भर होने की भावना उत्पन्न होती है। खेल खेलते समय वह अपने शरीर के लिए ही नहीं खेलता, बल्कि उसकी हार-जीत पूरी टीम की हार और जीत है।

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