हिमाचल में विदेशों से कहीं अच्छी कर रहे कमाई

शाहतलाई—धार्मिक स्थल शाहतलाई में काफी लंबे अरसे से फेरी लगा कर दर्जनों लोग कारोबार के धंधे में जुटे हुए हैं। हिमाचल के गांव-गांव जाकर अपना धंधा चलाने में बाहरी राज्य के फेरीवाले बड़ी कार्यकुशलता से अपने कारोबार से अच्छी आजीविका कमाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। फेरी वालों का कहना है कि कई वर्षों से इस धंधे में जुड़े होने के कारण अधिकतर गांव में लोगों से अच्छी खासी पहचान बन गई है, जिस कारण अपने कारोबार को करने में कोई कठिनाई महसूस नहीं होती है । बाहरी राज्यों से एक ही कारोबार में बरसों से जुड़े होने के कारण गांव-गांव सामान बेच अच्छा कारोबार स्थापित कर लिया है। हिमाचल प्रदेश भी विदेश से बेहतर कारोबार के हिसाब से इन लोगों को लगने लगा है।

लोग अच्छे हैं

इस्लाम अली रजाई कंबल इत्यादि गांव-गांव बेचकर अपनी आजीविका शाहतलाई व साथ लगते क्षेत्र में फेरी का धंधा कर चला रहा है। हिमाचल गांव के  लोग बहुत अच्छे और ईमानदार हंै तभी तो इस राज्य में उत्तर प्रदेश के गांव कसरेवा जिला शामली से उठकर 22 वर्षों से लगातार काम में जुटा हूं अन्य राज्यों के मुकाबले प्रदेश में काम करना आसान है।

लोग अच्छे हैं

समून मलिक राज्य उत्तर प्रदेश के गांव कहरवा जिला शामली का रहने वाला पिछले 25 वर्षों से सिलाई मशीन की रिपेयरिंग गांव-गांव स्तर पर जाकर कर रहा है और अपना रोजी रोटी का धंधा चलाया हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले काफी वर्षों से यहां पर रहने से अब गांव में भी जाने पर यहां अपनापन का एहसास होता है। अन्य राज्यों की तुलना में हिमाचल के लोग काफी अच्छे और ईमानदार है।

खासी पहचान

उत्तर प्रदेश  का रहने वाला रिजवान शाहतलाई के साथ लगते क्षेत्र कोसरियां में रह कर लेडीज सूट लेकर गांव-गांव फेरी का कार्य पिछले 30 वर्षों से कर अपनी  आजीविका कमा रहे  हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ही उन्हें विदेश जाने से कारोबार के हिसाब से बेहतर लगता है। पिछले कई वर्षों से इस कारोबार से जुड़े होने के कारण गांव में लोगों से अच्छी खासी पहचान बन गई है। इस कारण कारोबार को कोई मुश्किल नहीं है।

कोई कमी नहीं

तनवीर बिहार राज्य के श्रीनगर गांव का मूल निवासी है। जोकि शाहतलाई में पिछले 18 वर्षों से टेलरिंग की दुकान पर अपने परिवार का इस कारोबार से बेहतर पालन पोषण कर रहा है। उन्होंने कहा कि दिन-रात मेहनत कर इस कारोबार से अच्छी जिंदगी कट रही है। इनका कहना है मेहनत की जरूरत है प्रदेश में कारोबार की कोई कमी नहीं है।

कोई मुश्किल नहीं

जमशेद मोहम्मद 35 वर्षों से गांव में फेरी लगाकर लेडीज और जैंट्स सूट बेचकर अपने परिवार को पाल रहा है। उन्होंने बताया की इनके बच्चे भी यहीं पर पले बढ़े हुए और बेटा भी किसी कारोबार में लगा हुआ है। हालांकि अपने कारोबार को लेकर उन्होंने कहा कि गांव-गांव जाकर मेहनत से जरूर करनी पड़ती है, परंतु लंबे अरसे से गांव में जाने के कारण अपने कारोबार को करने में कोई मुश्किल नहीं है।

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