कमलनाथ की टीम में 28 मंत्री

नए चेहरों को तवज्जो, दिग्विजय के बेटे को भी जगह

भोपाल —मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल का गठन करते हुए 28 विधायकों को मंत्री बनाया, जिनमें छह पूर्व मंत्री शामिल हैं। 22 विधायक पहली बार मंत्री पद का दायित्व संभालेंगे और इनमें से अधिकांश युवा हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यहां राजभवन में आयोजित गरिमामय समारोह में 28 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सभी कैबिनेट मंत्री हैं। शपथ ग्रहण समारोह में वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा और अन्य नेता भी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक सिंधिया गुट के सात लोगों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है, वहीं कमलनाथ और दिग्विजय खेमे के 21 विधायक मंत्री बनने में कामयाब रहे हैं। दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह को भी मंत्री बनाया गया है। 230 सदस्यीय राज्य विधानसभा में निर्धारित मापदंड के अनुरूप मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 35 मंत्री हो सकते हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री समेत 29 मंत्री हैं। इस लिहाज से अभी मंत्रिमंडल में छह स्थान रिक्त हैं।  मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों में डा. विजयलक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, डा. गोविंद सिंह, बाला बच्चन और आरिफ अकील दिग्विजय सिंह सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। इन छह वरिष्ठ नेताओं के अलावा बृजेंद्र सिंह राठौर, प्रदीप जायसवाल, लखन सिंह यादव, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, औंकार सिंह मरकाम, प्रभुराम चौधरी, प्रियव्रत सिंह, उमंग सिंगार, सुखदेव पांसे, हर्ष यादव, जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, महेंद्र सिंह सिसोदिया, पीसी शर्मा, प्रद्युम्न सिंह तोमर, सचिन यादव, सुरेंद्र सिंह बघेल और तरुण भनोत को मंत्री पद से नवाजा गया है। इस बीच माना जा रहा है कि मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा दो तीन दिन के अंदर हो जाएगा।