गांवों के डाकघर भी बनेंगे ‘बैंक’

ऊना, सोलन व शिमला की सभी शाखाएं जुड़ेंगी इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक से

शिमला – हिमाचल प्रदेश में जनता को अब घरद्वार पर ही बैकिंग सुविधा मिलेगी। डाक विभाग राज्य में चल रहे सब-पोस्ट ऑफिस व ग्रामीण डाक शाखाओं को पूरी तरह हाईटेक करने जा रहा है। इसके बाद उपभोक्ताओं को ट्रांजेक्शन सहित अन्य कार्य के लिए ग्रामीण डाक शाखाओं के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, जबकि ग्राहकों को घर बैठे ही हर सुविधा उपलब्ध मिलेगी। चिट्ठी-पत्री भेजने और बचत योजनाओं तक सीमित राज्य के डाकघर अब इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के रूप में कार्य करेंगे। डाक विभाग द्वारा पहले चरण में हैड पोस्ट ऑफिस (मुख्य डाकघरों) को पेमेंट बैंक से जोड़ा गया है। अब दूसरे चरण में राज्य के शिमला, सोलन और ऊना जिला के सब-पोस्ट ऑफिस और ग्रामीण शाखाओं को पोस्ट पेमेंट बैंक से जोड़ा जा रहा है। विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि 21 दिसंबर तक इन जिलों की सभी डाक शाखाएं पोस्ट पेमेंट बैंक से जुड़ जाएंगी और इनमें ग्राहकों को हाईटेक सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी, जबकि डाक विभाग द्वारा 31 दिसंबर तक राज्य के सभी पोस्ट ऑफिस और ग्रामीण डाक शाखाओं को पोस्ट पेमेंट बैंक से जोड़ने का दावा किया जा रहा है। डाक विभाग सहायक पोस्ट मास्टर जनरल बिशन सिंह ने बताया कि ग्रामीण शाखाओं को पोस्ट पेमेंट बैंक से जोड़ने का कार्य आरंभ कर दिया गया है। 31 दिसंबर तक सभी शाखाओं में ग्राहकों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।

प्रदेश में 2378 ग्रामीण डाक शाखाएं

हिमाचल प्रदेश में डाक विभाग के 18 मुख्य डाकघर हैं। इसके अलावा 447 सब पोस्ट ऑफिस हैं, जबकि 2378 ग्रामीण डाक शाखाए हैं। इनके पोस्ट पेमेंट बैंक में जुड़ने के बाद ग्राहकों को घर-द्वार ही बैकिंग सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए डाकसेवकों को प्रशिक्षित किया गया है।