गृहिणी योजना में तीन हजार अपात्र बाहर

अब तक बांटे 32 हजार कनेक्शन, प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए 11 करोड़ और रिलीज

शिमला —मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत तीन हजार अपात्र लोगों को सरकार ने बाहर कर दिया है। यह वे लोग हैं, जिनके परिवार में पहले से एलपीजी गैस सिलेंडर हैं, बावजूद इसके इन लोगों ने विभाग को सरकारी योजना के तहत कनेक्शन लेने के लिए आवेदन कर दिया। अभी तक इस योजना में प्रदेश सरकार ने 32 हजार महिलाओं के नाम पर गैस कनेक्शन आबंटित किए हैं। हिमाचल का टारगेट है कि वह गैस कनेक्शन के आबंटन की योजना में देश भर में अव्वल आए। पहला स्थान हासिल करने के लिए तेज गति से यहां मुहिम चल रही है। जानकारी के अनुसार खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के पास मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत एक लाख 60 हजार गैस कनेक्शन के आवेदन आए हैं। इनमें 32 हजार को कनेक्शन दे दिए हैं, जबकि तीन हजार को अपात्र घोषित किया गया है। हिमाचल सरकार की यह पहली स्कीम है, जिसमें महिलाओं को गैस चूल्हा देने के साथ उसकी सिक्योरिटी पाइप, रेगुलेटर भी साथ दिया जाता है।साथ ही एक सिलेंडर मिलता है और पहला सिलेंडर भी सरकार भरवाकर देती है। इसके विपरीत केंद्र सरकार की महिलाओं के लिए जो उज्ज्वला योजना है, वह केवल बीपीएल या गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों के लिए है। प्रदेश सरकार की योजना में पात्र व अपात्र लोगों की छंटनी का काम किया जा रहा है। बताया जाता है कि इस साल के लिए विभाग को 12 करोड़ रुपए का बजट मिला था, जिसे पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। बजट खत्म होने के बाद अब 11 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार ने और जारी कर दिए हैं। इतना ही नहीं सरकार की ओर से यह कहा गया है कि यदि 11 करोड़ रुपए भी खर्च हो जाएंगे जो इसी साल में विभाग को यह योजना पूरी करने के लिए और पैसा मिल सकता है।

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