टेक्नोमैक की नीलामी का रास्ता साफ

हाई कोर्ट ने कंपनी के स्टेक होल्डर्ज को जारी किए आदेश, चार तक बैठक कर बना लें रणनीति

नाहन – प्रदेश में अपनी तरह के औद्योगिक क्षेत्र में पहले सबसे बड़े छह हजार करोड़ के इंडियन टेक्नोमैक घोटाले में कंपनी की नीलामी का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश उच्च न्यायालय ने कंपनी के सभी स्टेक होल्डर्स को आदेश जारी किए हैं कि चार जनवरी, 2019 को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी के चंडीगढ़ कार्यालय में बैठक कर इस बारे में आगामी कार्रवाई अमल में लाते हुए नौ जनवरी तक न्यायालय को इस मामले में रिपोर्ट सौंपें। उच्च न्यायालय में प्रदेश सरकार के आबकारी एवं कराधान विभाग ने इंडियन टेक्नोमैक कंपनी की नीलामी को लेकर जानकारी दे दी गई है। अब चार जनवरी को कंपनी के सभी स्टेक होल्डर तय करेंगे कि इंडियन टेक्नोमैक कंपनी को किस तरह नीलाम किया जाएगा। हाई कोर्ट ने ये भी निर्देश दिए हैं कि चार जनवरी, 2019 को चंडीगढ़ में आयोजित होने वाली बैठक में जो भी निर्णय हो, उसकी जानकारी नौ जनवरी, 2019 को सभी विभागों के अधिकारी हाई कोर्ट में देंगे। उसके बाद प्रदेश उच्च न्यायालय आगामी कार्रवाई नीलामी को लेकर अमल में लाएगा। गौर हो कि प्रदेश में इंडियन टेक्नोमैक कंपनी का सबसे बड़ा छह हजार करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है, जिसमें से करीब 2175 करोड़ रुपए की सबसे बड़ी सेल्स टैक्स की चोरी सामने आई थी। जानकारी के मुताबिक उच्च न्यायालय में इंडियन टेक्नोमैक के स्टेक होल्डर में मुख्य रूप से आबकारी एवं कराधान विभाग, बैंक ऑफ इंडिया के तहत 15 बैंक के अलावा पीएफ व आयकर विभाग भी शामिल हैं। 15 बैंकों के करीब 1700 करोड़ रुपए, आयकर विभाग के 750 करोड़ रुपए, पीएफ के करीब पांच करोड़ रुपए के आसपास की राशि इंडियन टेक्नोमैक कंपनी द्वारा हड़प ली गई थी। गौर हो कि इंडियन टेक्नोमैक कंपनी ने सबसे बड़े वित्तीय घोटाले को अंजाम दिया था। करीब छह हजार करोड़ रुपए के घोटाले की जांच फिलहाल सीआईडी कर रही है। अभी तक करीब आधा दर्जन कंपनी के कर्मचारियों व अधिकारियों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।