सर्व कर्मचारी संघ ने लगाए नारे

हिसार में खट्टर सरकार के खिलाफ फूटा कर्मियों का गुस्सा

हिसार -हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) में व अन्य घोटालों की जांच करवाने के लिए सर्व कर्मचारी संघ व विद्यालय अध्यापक संघ ने हिसार स्थित बोर्ड कैंप कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री को जिला उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। प्रदेशभर से आए सैंकड़ों अध्यापक टाउन पार्क में इकट्ठे हुए और उसके बाद प्रदर्शन करते हुए पीएलए सेक्टर स्थित बोर्ड के कैंप कार्यालय पहुंचे। इस मौके पर प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रेस सचिव वजीर सिंह ने कहा कि एचटेट दिसंबर 2017 में सीसीटीवी कैमरों का लगभग पांच करोड़ 21 लाख, फ्रिस्किंग मशीन के लिए एक करोड़ 46 लाख, जैमर के लिए एक करोड़ 90 लाख, इंकलेस पैड छह लाख 32 हजार रुपए तथा वीडियोग्राफी तथा बायोमीट्रिक हाजिरी के लिए करोड़ों रुपयों का भुगतान चहेती कंपनियों को किया गया। उन्होंने कहा कि कई मदों में टेंडर जारी नहीं किए गए तथा कई में टेंडर की शर्तें ही बदल दी गईं। 1470 लोहे के संदूक व ताले भी बिना किसी प्रक्रिया के खरीदे गए। इन्हीं अनियमितताओं को लेकर फरवरी 2018 में भी शिक्षा बोर्ड मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया था। कुछ विधायकों ने मामले को विधानसभा में उठाया तो सरकार ने जांच करवाने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने डीएड के छात्रों की फीस 700 रुपए से बढ़ाकर तीन हजार रुपए कर दी गई है। एचटेट की फीस 600 रुपए से बढ़ाकर 2400 रुपए कर दी गई है, जबकि यूपीएससी के आईएएस व आईपीएस की परीक्षा फीस मात्र 150 रुपए है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके हरियाणा के बेरोजगार युवाओं को लूटा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भिवानी स्थित बोर्ड मुख्यालय में सिविल वर्क बिना किसी निविदा के करवाया जा रहा है।