स्थायी कर्मी रखे एचआरटीसी

ट्रांसपोर्ट वर्कर्ज यूनियन ने आउसोर्सिंग के फैसले का किया विरोध

 शिमला –परिवहन निगम में की जा रही परिचालकों की भर्ती को आउटसोर्सिंग के माध्यम से भरने के फैसले पर सरकार व प्रबंधन एक बार फिर विचार करें। आउटसोर्सिंग भर्ती परिवहन निगम के हित में नहीं है। यह मांग हिमाचल ट्रांसपोर्ट वर्कर्ज यूनियन (एटक) ने उठाई। यूनियन के मुख्य सलाहकार आरएल डोगरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब अन्य विभागों मेें खाद्य आपूर्ति विभाग व पंचायती राज में निरीक्षकों व अन्य पदों की भर्ती अनुबंध पर की जा सकती है, तो परिवहन निगम में परिचालक व अन्य श्रेणियों में आउटसोर्स व कर्मशालाओं में तकनीकि कर्मचारियों की भर्ती पीस मील पर क्यों। परिवहन निगम का कार्य दूसरे निगमों व विभागों से भिन्न है और परिवहन निगम के कर्मचारी करोड़ों रुपए हर माह अर्जित कर निगम के खाते में जमा करते हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम ने कौशल विकास योजना के तहत प्रदेश के हजारों शिक्षित युवा बेरोजगारों को प्रशिक्षण देकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया है। उन्होंने सरकार व निगम प्रबंधन से मांग करते हुए कहा कि निगम में स्थायी काम है, तो नियुक्तियां भी स्थायी ही होनी चाहिएं। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम में हजारों पद खाली हैं, जिसे कि पालिसी के तहत प्राथमिकता के आधार पर नियमानुसार भरा जा सकता है। परिचालकों की भर्ती के लिए निगम से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके प्रशिक्षुओं को प्राथमिकता दी जाए और कर्मशाला में कार्यरत पीस-मील पर कर्मचारियों को सरकार द्वारा बनाई गई पालिसी के अनुसार अनुबंध पर लाया जाए। कर्मशालाओं की हालत दिन-प्रतिदिन नाजुक होती जा रही है, जिसे शीघ्र सुधारने पर बल देने की जरूरत है।

जीवनसंगी की तलाश है? तो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें- निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!