आईटीआई अनुदेशक भर्ती पर रोक

तकनीकी शिक्षा विभाग ने जांच रिपोर्ट आने तक लगाई ब्रेक,धांधली का आरोप 

सुंदरनगर -हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा विभाग में आईटीआई में अनुदेशक के पद की भर्ती की रोक दी गई है। निदेशालय से जारी आदेश के अंतर्गत  भर्ती में धांधली के आरोपों की जांच पर संज्ञान लेते हुए रोक लगाई गई है। इस संदर्भ में प्रदेश की तमाम आईटीआई को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बताते चलें कि आरोपों की जांच संयुक्त निदेशक ने की है। विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मामले की रिपोर्ट को सात दिन का समय भी दिया है। प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व की सरकार में धांधली का यह पहला मामला सामने आया है। तकनीकी निदेशक शुभकरण सिंह ने मामले पर संज्ञान लेते हुए जांच चलने तक भर्ती पर रोक लगा दी है। गौर हो कि प्रदेश में शिमला, शाहपुर, सुंदरनगर और उदयपुर आईटीआई में आईएमसी और एसडब्लयूएफ के तहत अनुदेशक के खाली पद भरे जा रहे हैं, जिसके लिए  लिखित परीक्षा ली गई है। सुंदरनगर के हैंडिकैप्ट आईटीआई में परीक्षार्थियों ने लिखित परीक्षा पर आरोप लगाए कि राजनेता और अधिकारियों के संबंधियों की नियुक्ति के लिए भर्ती के लिए इंटरव्यू के नाम पर बड़ा फ्रॉड किया गया है। दो महिला अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रदेश में शिमला, शाहपुर, उदयपुर सहित सुंदरनगर में  लिखित परीक्षा ली गई है, जिसमें सिलेक्शन कमेटी और आईटीआई के अधिकारियों ने आपसी समझ बनाकर धांधली को अंजाम दिया और अपने संबंधियों को परीक्षा में जारी ओएमआर शीट के खाली होने के बावजूद  पास किया और ओएमआर शीट पर कोई सीरियल नंबर अंकित न ही था। परीक्षा हाल में न कोई कैमरा लगा था और न ही ओएमआर शीट को सील किया गया है। परिसर में सारा जुगाड़ किया और प्रशिक्षुओं को पास करने के लिए परीक्षा पत्र लेकर खुले अलमारी में रखे गए और कई दिनों के बाद उन्हें पास दर्शाया गया। करीब आधा दर्जन परीक्षार्थिंयों को बिना कुछ किए ही पास कर डाला है। प्रदेश के तकनीकी निदेशालय ने  इंक्वायरी कमेटी का गठन किया व ज्वाइंट डायरेक्टर डा. जोगिंद्र सिंह ने इन्क्वायरी की और बयान कलमबद्ध किए। शिकायतकर्ताओं के आरोपों की जांच चल रही है।