और कितनी आजादी चाहिए ?

सुनीता पवार, रोहिणी

अपने देश को क्यों कोसते हो भाई, अपनी मानसिकता क्यों नहीं सुधारते। ये जो चारों ओर कूड़ा-कर्कट फैला है, वह किसने फैलाया है? रास्ते पर चलती हुई लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने वाले लड़के हमारे-तुम्हारे घरों के ही तो हैं। सड़कों और दीवारों को शौचालय किसने बनाया? सड़कों पर गाड़ी चलाने वाले जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं, वे कौन हैं? बस या ट्रेन में धक्का-मुक्की करने वाले कौन हैं? आजादी का दुरुपयोग करने वाले कौन हैं? आखिर और कितनी आजादी चाहिए हमें?