दिल के छेद का सफल आपरेशन होने से लोगों को उम्मीद
धर्मशाला —अब आपके दिल का ख्याल डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा कांगड़ा रखेगा। पहली बार टांडा अस्पताल में दिल के छेद का सफल आपरेशन किया गया है। ऐसे में टीएमसी प्रबंधन ने साफ किया है कि पहली जनवरी से टीएमसी में ही दिल के छेद से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाएगा। अब आधे हिमाचल के सभी जिलों को दिल की बीमारी के इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। लोगों को महीनों पीजीआई चंडीगढ़ व आईजीएमसी शिमला के चक्कर लगाने के लिए भी मजबूर नहीं होना पड़ेगा। नए वर्ष के मौके पर डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा ने प्रदेश के लोगों को बड़ी राहत भरी सौगात दी है। अब दिल की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों का टांडा मेडिकल कालेज में ही इलाज हो सकेगा। जानकारी के अनुसार रविवार को टांडा अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डा. मुकुल भटनागर और डा. अंबुधर शर्मा ने दिल के छेद का सफल आपरेशन किया है। जिला हमीरपुर के गुरनर गांव की 15 वर्षीय किशोरी रवीना दिल की बीमारी से पीडि़त थी। रवीना का टांडा अस्पताल में ही उपचार चल रहा था। हालत गंभीर होने पर टांडा में ही उसका आपरेशन किया गया। यहां पहली बार दिल के छेद का सफल आपरेशन किया गया। गौरतलब है कि इससे पहले निचले हिमाचल के दिल के मरीजों को आईजीएमसी और पीजीआई के अलावा इलाज के लिए बाहरी राज्यों में जाने को मजबूर होना पड़ता था।