कश्मीर में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला, सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद

पुलवामा में जैश के आत्मघाती हमलावर ने आईईडी से भरी गाड़ी सेना की बस में दे मारी

श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिला में गुरुवार शाम हुए एक बड़े आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हो गए। शहीद जवानों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। घाटी में सुरक्षाबलों पर अब तक के इस सबसे बड़े हमले ने उड़ी में सितंबर 2016 में हुए आतंकी हमले को भी पीछे छोड़ दिया है। गुरुवार को श्रीनगर-जम्मू हाई-वे पर स्थित अवंतिपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ  के एक काफिले को निशाना बनाया। इस हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किए गए हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि आदिल अहमद डार नाम के आतंकी ने इस काफिले पर हमले की साजिश रची थी। आदिल पुलवामा के काकापोरा इलाके का रहने वाला है। सीआरपीएफ  की 54वीं बटालियन के जवानों को इस हमले में आतंकियों ने निशाना बनाया। सूत्रों के अनुसार विस्फोटकों से भरी एक गाड़ी लेकर आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल ने सीआरपीएफ  जवानों के काफिले की बस में टक्कर मार दी। आत्मघाती हमलावर आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था। दर्जनों घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराकर उनका इलाज किया जा रहा है। इनमें से कई जवानों की हालत गंभीर बताई जा रही है। 70 वाहनों के जिस काफिले पर यह हमला हुआ, वह जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था और इसमें दो हजार से अधिक जवान शामिल थे।  इन 70 वाहनों में से एक बस आतंकियों के निशाने पर थी। हमले के बारे में सीआरपीएफ  के आईजी जुल्फिकार हसन ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस जांच कर रही है। घायल जवानों को अस्पताल शिफ्ट किया गया है और विस्फोट स्थल पर छानबीन की जा रही है। इस हमले की जानकारी मिलने के बाद तत्काल पुलवामा में मौजूद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ  की अन्य कंपनियों को अवंतिपोरा भेजा गया है। आतंकी वारदात के बाद सेना ने फिलहाल जम्मू-श्रीनगर हाई-वे पर ट्रैफिक बंद करते हुए अवंतिपोरा और आसपास के इलाकों में बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसके अलावा पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और श्रीनगर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। हमले में घायल जवानों का इलाज लगातार जारी है और एजेंसियों के अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। इस हमले के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कान्फे्रंस नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि मैं इस हमले की कड़ी से कड़ी निंदा करता हूं। घायलों के लिए मैं प्रार्थना करता हूं और शोकाकुल परिवार के प्रति सहानभूति प्रकट करता हूं। पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी घटना की निंदा करते हुए ट्वीट किया कि ऐसे वीभत्स हमले की निंदा करने के लिए शब्द नहीं मिल रहे हैं। आखिर कितनी जानें लेकर यह पागलपन खत्म होगा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि सीआरपीएफ  काफिले पर हुए इस कायराना हमले से बहुत व्यथित हूं। शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी सहानुभूतिहै। मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए राज्यपाल से स्थिति पर चर्चा की। गूहमंत्री राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ शुक्रवार को हालात का जायजा लेने श्रीनगर जाएंगे।

आईईडी से भरी गाड़ी काफिले में घुसाई

जम्मू-श्रीनगर हाई-वे पर खड़े एक चार पहिया वाहन में आईईडी लगाया गया था। जैसे ही सुरक्षाबलों का काफिला कार के पास से गुजरा तो आतंकी ने आईईडी से भरी अपनी गाड़ी दो बसों के बीच घुसा कर ब्लास्ट कर दी। आईईडी ब्लास्ट की चपेट में एक बस आईए, जिसमें करीब 40 जवान सवार थे। ब्लास्ट के बाद आतंकियों ने बस पर फायरिंग भी की।

2018 में आतंकी बना था आदिल

सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने वाला आतंकवादी आदिल अहमद डार उर्फ  वकास कमांडो पुलवामा के काकापोरा का रहने वाला था और 2018 में जैश में शामिल हुआ था। वह सुरक्षाबलों के राडार पर था और जवानों ने 31 मई, 2018 की रात को वकास कमांडो का घर जला दिया था। सेना के इस एनकाउंटर में वकास बच निकला था।

पिछले पांच साल के पांच बड़े हमले

18 सिंतबर 2016

उड़ी में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के मुख्यालय पर हमला किया, 18 जवान शहीद हो गए और 30 अन्य घायल

25 जून 2016

श्रीनगर में पंपोर के निकट फ्रेस्टबल में सीआरपीएफ  के काफिले पर आतंकी हमले आठ सीआरपीएफ कर्मी शहीद, 20 अन्य घायल

21 फरवरी 2016

श्रीनगर के पास एक सरकारी भवन में छिपे आतंकियों के हमले में दो कैप्टन, सेना के तीन कमांडो और कुल सात जवान शहीद हुए

3 जनवरी 2016

उत्तर भारत के सबसे बड़े एयरबेस पठानकोट पर आतंकियों का हमला, सात जवानों की मौत, 20 से ज्यादा घायल

5 दिसंबर 2014

बारामुला में सेना के 31 फील्ड रेजिमेंट के शिविर पर हमला, लेफ्टिनेंट कर्नल, सात जवान, एक एएसआई, दो कांस्टेबल मारे गए

व्यर्थ नहीं जाएगा जवानों का बलिदान

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है। पीएम ने कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुआ हमला बेहद घृणित है। मैं इस कायराना हमले की कठोर निंदा करता हूं। हमले में शहीद हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश शहीदों के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

शोपियां में पुलिस थाने पर हमला

श्रीनगर – गुरुवार को पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाने के बाद आतंकियों ने शोपियां में पुलिस थाने पर ग्रेनेड हमले की कोशिश की। हालांकि इसमें उनको सफलता नहीं मिली। जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी भाग खड़े हुए। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने सर्च अभियान छेड़ा हुआ था।