किसानों की आय बढ़ाने पर काम

आईपीएच ने किया प्रोेजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट का गठन, सिंचाई व्यवस्था को अलग विंग

शिमला – आईपीएच विभाग ने किसानों की आय को दोगुना करने की योजना के तहत अलग से प्रोेजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट का गठन कर दिया है। यूनिट ने काम भी शुरू कर दिया है, जिसकी देखरेख का जिम्मा विभाग के चीफ इंजीनियर रैंक के अधिकारी को दिया गया है। यह प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (पीएमयू) योजना बनाने के साथ उसकी मॉनिटरिंग का काम देखेगा। किसानों को पर्याप्त सिंचाई सुविधा मिले, इसे सुनिश्चित बनाने का जिम्मा उसे दिया गया है। परियोजना को लागू करने के लिए वह कंसल्टेंसी सुविधाएं भी ले सकता है। परियोजना के लिए विस्तृत इंजीनियरिंग  डिजाइन की अप्रूवल भी इसी से मिलेगी, वहीं राष्ट्रीय व राज्य स्तर की एजेंसियों के साथ समन्वय बिठाना भी इसका जिम्मा होगा। एशियन डिवेलपमेंट बैंक के पर्यावरण एवं सामाजिक दायित्वों के नियमों को सही तरह से लागू करने का काम भी इसे करना होगा। यूनिट को चलाने के लिए विभाग ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर का एक पद स्वीकृत किया है, जिसमें विभाग के चीफ इंजीनियर डब्ल्यूएसएसओ को लगाया गया है। उनके अलावा प्रोजेक्ट को-आर्डिनेटर के पद पर एसई पी एंड आई-दो शिमला, अधिशाषी अभियंता के पद पर हाइड्रोलॉजी के अभियंता की तैनाती की है। सहायक इंजीनियर के इसमें दो पद भरे जाएंगे, अभियंताओं के तीन पद होंगे, योजना सहायकों के दो, ड्राफ्ट्समैन के दो, सहायक कंट्रोलर के दो, निजी सहायक का एक, वरिष्ठ सहायक का एक, डाटा आपरेटर के दो, चालक का एक, मल्टीपर्पज वर्कर के चार पद स्वीकृत किए गए हैं।

चार गैरसरकारी सदस्य

यूनिट में चार गैर सरकारी सदस्य भी होंगे, जिसमें एक कृषि विशेषज्ञ, एक प्रोक्योरमेंट विशेषज्ञ, एक पर्यावरण एवं सामाजिक विशेषज्ञ तथा एक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट भी रखा जाएगा।