मोदी सरकार के खिलाफ नायडू की एक दिवसीय भूख हड़ताल

आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिये जाने को लेकर मुख्यमंत्री एवं तेलुगु देशम पार्टी (तेदपा) अध्यक्ष एन. चंद्र बाबू नायडू की मोदी सरकार के खिलाफ आज यहां एक दिवसीय भूख हड़ताल शुरू हो गयी है। श्री नायडू ने सुबह राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद अपना ‘धर्म पोरता दीक्षा’ धरना शुरू किया। रात आठ बजे तक चलने वाले इस धरने में मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के मंत्री, पार्टी के सांसद तथा अन्य नेता भी बैठे हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला तथा लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव के भी इस धरना में पहुंचने की उम्मीद है। श्री नायडू ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि जब आंध्र प्रदेश सरकार केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली आने वाली थी, तो एक दिन पहले श्री मोदी गुंदूर क्यों गए थे? उन्होंने कहा, “मैं केंद्र सरकार विशेषकर प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत हमला करना बंद करने की चेतावनी दे रहा हूं। यह प्रदर्शन आंध्र प्रदेश के लोगों के आत्म सम्मान से जुड़ा हुआ है। जब हमारे आत्म सम्मान पर हमले होंगे तो हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उन्होंने कहा कि अगर आप हमारी मांगों को पूरा नहीं करेंगे, तो हमें पता है कि उसे कैसे पूरा कराया जा सकता है? उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्ज देने से इंकार के बाद श्री नायडू का श्री मोदी के साथ विवाद शुरू हो गया था और वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हो गए थे। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी पार्टियों को संगठित करने की मुहिम में सबसे आगे हैं और लगातार राष्ट्रीय राजधानी का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को श्री नायडू पर कड़ा हमला करते हुए कहा कि आंध्र के मुख्यमंत्री अपने बेटे को आगे बढ़ाने में व्यस्त हैं और उन्होंने राज्य के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया है।