हरियाणा में बसपा-लोसुपा साथ

इंडियन नेशनल लोकदल को बड़ा झटका, संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दोनों पार्टियों ने किया एकसाथ चुनाव लड़ने का ऐलान

चंडीगढ़ -हरियाणा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को बड़ा झटका देते हुए भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के बागी सांसद राज कुमार सैणी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (लोसुपा) के साथ गठबंधन कर लिया। बसपा के प्रदेश मामलों के प्रभारी मेघराज और लोसुपा अध्यक्ष राज कुमार सैणी ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह ऐलान करते हुए कहा कि दोनों दल राज्य में आगामी लोकसभा और इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव गठबंधन के तहत लड़ेंगे। इस मौके पर बसपा प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश भारती भी मौजूद थे।  एक सवाल पर श्री सैणी ने कहा कि वह भले ही भाजपा के टिकट से लोकसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन जनता ने वास्तव में उन्हें चुन कर संसद में भेजा है और वह सांसद पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने तथा बसपा नेताओं ने दावा किया कि राज्य की जनता भाजपा, कांग्रेस और इनेलो का शासन देख चुकी है तथा इन दलों से परेशान है ऐसे में उनका गठबंधन आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत दर्ज करेगा। उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन ही हरियाणा को भ्रष्टाचार से मुक्त करवाएगा।   इससे पहले यमुनानगर में हुई बसपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में डा. मेघराज ने ऐलान किया था कि राज्य में इनेलो के साथ पार्टी का गठबंधन समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि सुश्री मायावती ने गत शुक्रवार को ही एक बयान में कहा था कि राज्य में चौटाला परिवार अगर एकसाथ होता है, तो ही गठबंधन आगे चलेगा, लेकिन ऐसे आसार नजर नहीं आने पर पार्टी सुप्रीमो ने इनेलो के साथ गठबंधन समाप्त करने का फैसला लिया है। हाल ही में श्री सैणी ने भी दिल्ली में सुश्री मायावती से मुलाकात की थी।

लोकसभा-विधानसभा की सीटें भी बंट गईं

दोनों दलों के बीच लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए सीटों का भी बंटवारा हो गया है, जिसके तहत बसपा राज्य में आठ और लोसुपा दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसी तरह विधानसभा चुनावों में बसपा 35 और लोसुपा 55 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। दोनों दलों के नेताओं ने यह भी ऐलान किया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए अभी से ही गठबंधन मजबूती से तैयारी शुरू करेगा, जिसके तहत उसके कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय कायम करने तथा आगे की रणनीति तय करने के लिए 17 फरवरी को पानीपत में संयुक्त कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन को बसपा और लोसुपा के वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे। हालांकि इस कार्यकर्ता सम्मेलन में बसपा सुप्रीमों मायावती नहीं आएंगी।