अब अपने ही अपनों पर छोड़ रहे बयानों के बाण

पालमपुर – आचार संहिता लागू होते ही पालमपुर मंडल भाजपा के नेताओं ने अपने ही अध्यक्ष पर निशाना साधा है। हालांकि मंडल अध्यक्ष के अनुसार इस तरह की बयानबाजी करने वालों को भाजपा से फिलवक्त कोई लेना-देना नहीं है। पन्ना प्रमुख एवं ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष रमेश चौधरी, पन्ना प्रमुख एवं एससी मोर्चा के अध्यक्ष मिलाप कौशल, एसटी मोर्चा के अध्यक्ष पृथ्वी राज, महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्षा शोभा पुरी, युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष राजीव परमार, सेवानिवृत्त कर्मचारी प्रकोष्ठ के संयोजक पंडित सतपाल शर्मा व सहसंयोजक रमेश चंद कौंडल ने कहा है कि पालमपुर से कितने पन्ना प्रमुखों ने बैठकों में भाग लिया है। मंडल अध्यक्ष द्वारा पार्टी के संस्थापक सदस्यों, पदाधिकारियों, मोर्चों, प्रकोष्ठों के अध्यक्षों, महामंत्रियों, संयोजकों, सहसंयोजकों को भाजपा का सदस्य न मानने, पूर्व विधायक के खिलाफ बयानबाजी जैसे मसलों के चलते पालमपुर में भाजपा प्राइवेट लिमिटेड फर्म बन कर रह गई है। उन्होंने कहा कि चंबी में पन्ना प्रमुख सम्मेलन हो गया, लेकिन यहां न तो भाजपा संगठन की तरफ से इस कार्यक्रम के लिए तैनात विस्तारकों की तरफ से और न ही मंडल अध्यक्ष की तरफ से उन्हें किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई। उनका आरोप है कि मंडल अध्यक्ष ने पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कमजोर कर दिया है, जिस पर भाजपा की कोर कमेटी में चिन्तन होना चाहिए। गौर हो कि कुछ भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बीते दिनों एक बैठक का आयोजन किया था, जिसमें लोकसभा चुनावों में सांसद शांता कुमार के चुनाव मैदान में न उतरने की स्थिति में पूर्व विधायक प्रवीण कुमार को आगे लाने की बात कही गई थी। इसके बाद से ही पालमपुर भाजपा में बयानबाजी का दौर जारी है।