ऑन दि स्पॉट निपटाई जनता की शिकायतें

सरकार के 13वें जनमंच में मंत्रियों ने सुनी समस्याएं, लोकसभा चुनावों से पहले आखिरी कार्यक्रम

शिमला  – प्रदेश सरकार ने रविवार को 13वें जनमंच कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रदेश के दस विधानसभा क्षेत्रों में समस्याओं का पिटारा खुला, तो जयराम के मंत्रियों ने भी समस्याओं का ऑन दि स्पॉट निपटारा किया। लोकसभा चुनावों से पहले प्रदेश सरकार का यह अंतिम जनमंच था। रविवार को आयोजित जनमंच कार्यक्रम में जिला ऊना के हरोली के खड़ नामक स्थान पर खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर ने जनता की समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश सरकार ने 25 हजार से अधिक शिकायतों का निपटारा किया है। साथ ही किसान, बागबान, हिमाचली सहित अन्य प्रमाण पत्र भी वितरित किए। सोलन के दाड़लाघाट में आयोजित जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने की। उनके सामने 254 शिकायतें आईं, जिसमें से 150 का निपटारा किया गया। घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के गाहर में ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने अध्यक्षता की। उनके समक्ष 349 शिकायतें आई, जिसमें से अधिकांश का निपटारा किया गया। सिरमौर के सतौन में अध्यक्षता शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी ने की। उनके समक्ष 50 शिकायतें आई, जिनमें से अधिकांश का मौके पर निपटारा कर दिया गया। शिमला के बड़ा गांव में अध्यक्षता कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने की और 141 शिकायतें आई। मंत्री ने इस दौरान लाभार्थियों को एलपीजी गैस कनेक्शन भी वितरित किए। मंडी बल्ह विधानसभा क्षेत्र के गगल में पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने 218 मामलों का निपटारा किया। जिला कांगड़ा के जसवां-परागपुर में उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने 252 में से 135 शिकायतों का निपटारा किया। हमीरपुर जिला के गलोड़ में आयोजित जनमंच की अध्यक्षता परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने की। इस दौरान 66 शिकायतें आई और 35 का निपटारा किया गया। कुल्लू के बड़ा भूइन में आयोजित जनमंच कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल ने जनता की समस्या सुनीं। इस दौरान उनके समक्ष 90 शिकायतें आईं, जिसमें 55 का मौके पर ही निपटारा किया गया।

किन्नौर-लाहुल-स्पीति में अब चुनाव के बाद

किन्नौर और लाहुल-स्पीति में अब जनमंच कार्यक्रम लोकसभा चुनाव के बाद ही संभव है। इन दो जिलों में पिछले साल नवंबर महीने से जनमंच कार्यक्रम बंद हो चुका है। कारण यह था कि दिसंबर से मार्च तक जनजातीय क्षेत्रों में सर्दी रहेगी। इस कारण कार्यक्रम बंद करने का निर्णय लिया था। ऐसे में अब लोकसभा चुनाव भी होने हैं, जो मई में संपन्न हो सकता है।