टेरर फंडिंग पर पाक बेनकाब

आंकड़ों में खुलासा, एफएटीएफ की चेतावनी के बाद भी चल रहा लेन-देन

नई दिल्ली -दुनिया भर में आतंक की फंडिंग और मनी लांड्रिंग के खिलाफ काम करने वाली संस्था फाइनांशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की पिछले महीने हुई बैठक में पाकिस्तान को आतंकियों की फंडिंग को रोकने के लिए दी गई चेतावनी के बाद इस्लामाबाद दबाव में है। इस बीच पाकिस्तान की वित्तीय निगरानी इकाई ने जो आंकड़ा जारी किया है, वे बेहद चौंकाने वाला है। इसके मुताबिक साल 2018 में 8,707 संदिग्ध लेन-देन का पता चला है जो 2017 के आंकड़े  5,548 संदिग्ध लेन-देन के मुकाबले 57 फीसदी ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक हाल में हुई एक बैठक में अधिकारियों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को इस बात से अवगत कराया कि वैश्विक परिप्रेक्ष्य में यह गंभीर मामला है और यह पाकिस्तान के हित में होगा कि वे अपना घर संभालें। पाकिस्तान की वित्तीय निगरानी इकाई की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में इस तरह के 8,707 संदिग्ध लेन-देन का पता चला है जो 2017 के आंकड़े  5,548 संदिग्ध लेन-देन के मुकाबले 57 फीसदी ज्यादा है, जबकि 1,136 संदिग्ध लेन-देन सिर्फ जनवरी और फरवरी के महीने में हुई। पाकिस्तान की सरकारी मशीनरियों को अगले दो महीनों के भीतर आतंकी फंडिंग रोकने की दिशा हुई ठोस प्रगति के सबूत एफएटीएफ को दिखाने के लिए मिशन मोड़ पर काम कर रही है।