दिल में सुलगती आग

जेन कहानियां

अमरीका पहुंचने वाले प्रथम जेन गुरु सोयेन शाकू ने कहा था, मेरे दिल में तो आग सुलगती रहती है,मगर मेरी आंखें बुझी हुई राख की मानिंद ठंडी होती हैं।

इन्हीं सोयेन शाकू ने अग्रलिखित नियम बनाए और अपने जीवन के प्रत्येक दिन इनका अक्षरशः पालन किया।

सुबह काम करने से पहले धूप-बत्ती जलाओ और ध्यान करो। निश्चित समय पर आराम करो।

निर्धारित समय पर भोजन ग्रहण करो। कम खाओ, पूर्ण संतुष्टि की सीमा तक तो हरगिज नहीं

अतिथि का सत्कार उसी मनःस्थिति से करो, जो अकेले होने के समय थी।

अकेले होने पर उसी मनःस्थिति में रहो, जो अतिथि का सत्कार करते समय होती है।

जो कुछ कहते हो उस पर कड़ी नजर रखो और जो कहते हो उस पर अमल करो।

अतीत का स्यापा मत करो, केवल भविष्य पर नजर रखो।

एक योद्धा जैसी निर्भीकता और एक बालक जैसा प्रेमिल हृदय रखो।