रियल एस्टेट, हैल्थ, टूरिज्म पर नई पॉलिसी लाएगी सरकार

सरकार ने दिए निवेश मित्र विभागों को नीति बनाने के निर्देश, निवेशकों को मिलेगी बड़ी राहत

शिमला —हिमाचल में रियल एस्टेट, हैल्थ व टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश लाने के लिए नई नीतियां बनेगी। इन सभी विभागों को अपने-अपने स्तर पर अलग-अलग पॉलिसी बनाने के आदेश दिए गए हैं। लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया के समाप्त होने के साथ ही इनकी नीतियां कैबिनेट को जाएंगी। कैबिनेट से मंजूरी के बाद इनको प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा, जिससे यहां इन क्षेत्रों में निवेश करने वालों को बड़ी रियायतें मिल सकेंगी। अभी तक प्रदेश में निवेशकों को रियायतों के रूप में वही मिल रहा है, जो कि राज्य की औद्योगिक नीति में होता है। यहां पर उद्योग नीति को भी संशोधित किया जा रहा है, जिसमें भी निवेशकों की जरूरतों का समावेश किया जा रहा है। परंतु अलग से अपने स्तर पर संबंधित विभाग भी नीतियां बनाएंगे तो इससे निवेशकों को अधिक राहत मिल सकेगी। सूत्रों के अनुसार पहले चरण में रियल एस्टेट, हैल्थ व टूरिज्म सेक्टर के लिए यहां पर अलग से नीतियां बनाए जाने की योजना है। इसके लिए शहरी विकास विभाग, जिसके साथ हिमुडा जुड़ा है, वहीं स्वास्थ्य विभाग व पर्यटन विभाग को नीतियां बनाने के लिए कहा गया है। ये सभी ऐसी नीतियां बनाएंगे, जिनके जरिए अपने स्तर पर निवेशकों को ये राहत दे सकेंगे। यानी उद्योगपतियों को रिझाने के लिए इससे बड़ी मदद मिलेगी।  इस पूरे मामले पर अधिकारियों ने चर्चा की है और विभागीय अधिकारियों ने अपने स्तर पर काम भी शुरू कर दिया है। जल्दी ही इनका खाका तैयार होगा, जिसे वैट करने के लिए आगे दिया जाएगा। इस पर खुद मुख्य सचिव चर्चा करेंगे और जानेंगे कि कौन सा विभाग अपने स्तर पर कौन सी रियायतें दे सकता है, जिससे यहां पर निवेश आए। प्रदेश में रियल एस्टेट के क्षेत्र में कई कंपनियां हाथ आजमाना चाहती हैं, जिन्हें अभी तक एक ही डंडे से हांका जा रहा है। इन कंपनियों को यदि विशेष रियायतें दी जाएं तो यहां पर इस क्षेत्र का विकास हो सकता है। इनकी सबसे बड़ी समस्या जमीन व मंजूरियों की है। मंजूरियों को सरकार आसान बना रही है, वहीं लैंड बैंक खुद उद्योग विभाग तैयार कर रहा है।

कांगड़ा जिला में दो इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित करने की दिशा में हो रही पहल

कांगड़ा जिला में दो नए इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित करने का निर्णय भी इसी दिशा में लिया गया है, जहां पर निजी कंपनियां निवेश करेंगी। इसी तरह से यहां पर स्वास्थ्य व पर्यटन की दृष्टि से भी काफी कुछ किया जा सकता है। इस क्षेत्र में लगी कंपनियों ने अपना रुझान भी दिखाया है और चाहती है कि उनकी जरूरतों को पूरा किया जाए तो वह यहां पर निवेश करें। जल्दी ही कुछ दूसरे विभागों का खाका भी सामने होगा, जिनके साथ प्राइवेट कंपनियां काम करना चाहती हैं।