नो बॉल न देने पर बीच मैदान में आकर की थी बहस, 50 फीसदी मैच फीस कटी
अंपायर से उलझना सही मिसाल नहीं
जयपुर -चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आईपीएल मैच के दौरान नो बॉल के फैसले पर अंपायर से बहस के कारण काफी आलोचना झेलनी पड़ रही है। ‘कैप्टन कूल’ धोनी ने अपने स्वभाव के विपरीत आपा खो दिया और डग आउट से बाहर निकलकर अंपायर से बहस करने लगे। अंपायर उल्हास गांधे ने बेन स्टोक्स की गेंद नोबाल करार दी थी, लेकिन स्क्वेयर लेग अंपायर से मशविरे के बाद फैसला बदल दिया। धोनी पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन, आस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मार्क वॉ, भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा और हेमांग बदानी ने धोनी की आलोचना की है। वॉन ने कहा, कप्तान का पिच पर आना सही नहीं है। मुझे पता है कि वह एमएस धोनी है और इस देश में वह कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन डगआउट से निकलकर अंपायर पर अंगुली उठाना सही नहीं है। बतौर कप्तान उन्होंने गलत मिसाल पेश की है। वॉ ने ट्वीट किया, मुझे पता है कि टीमों पर फ्रेंचाइजी का दबाव होता है, लेकिन मैं दो घटनाओं से काफी निराश हूं। अश्विन और अब एमएस, यह अच्छा नहीं है। भारत के पूर्व बल्लेबाज चोपड़ा ने कहा, इस आईपीएल में अंपायरिंग का स्तर काफी खराब रहा है, वह निश्चित तौर पर नो बॉल थी, लेकिन विरोधी कप्तान को आउट होने के बाद यूं पिच पर आने का कोई अधिकार नहीं है। बदानी ने कहा, अंपायर को अधिकार था कि वह अपने फैसले को बदले। मैं धोनी की प्रतिक्रिया पर हैरान हूं।