एक्साइज से 1540 करोड़ का रेवेन्यू

सरकारी खजाने में जमा हुआ 1501 करोड़; 1425 करोड़ रुपए का था टारगेट, इस बार1625 का लक्ष्य

शिमला —हिमाचल सरकार को पिछले वित्त वर्ष में एक्साइज से 1540 करोड़ रुपए की कमाई का अनुमान है। अहम बात यह है कि 1501 करोड़ रुपए का राजस्व सरकारी खजाने में आ गया है और अभी करीब 40 करोड़ रुपए की रिकवरी ठेकेदारों से शेष है। यह रिकवरी होती है, तो सरकार को 1540 करोड़ तक का रेवेन्यू आएगा, जबकि उसका लक्ष्य 1425 करोड़ रुपए का था। आबकारी एवं कराधान विभाग ने इस आंकड़े की विस्तृत जानकारी सरकार को भेज दी है। आबकारी कराधान विभाग के प्रधान सचिव जगदीश शर्मा को विभाग की ओर से बताया गया है कि अभी ठेकेदारों से रिकवरी भी की जानी है। बताते हैं कि साउथ जोन में रिकवरी अधिक है, जिसे जल्द निपटाने को विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि मौजूदा वित्त वर्ष में सरकार ने एक्साइज से 1625 करोड़ रुपए का टारगेट रखा है। जिस तरह से पिछले वित्त वर्ष में टारगेट से अधिक की कमाई हुई है, उससे साफ है कि अगला टारगेट भी विभाग पूरा कर देगा। अब देखना होगा कि इस साल विभाग को कितना फायदा होता है। एक्साइज में इस बार शराब ठेकों का रिन्यूवल किया गया है और कई ठेके नए सिरे से आबंटित किए गए हैं। विभागीय अधिकारियों को नया टारगेट पूरा होने का अनुमान तो है, लेकिन कुछ और मसले भी हैं, जिससे नुकसान हो सकता है। अभी चुनाव प्रक्रिया के चलते विभाग मुख्य ठेके के साथ लगते सब वैंड नहीं बेच सका है, क्योंकि इसके लिए उसे मंजूरी लेनी होगी। यह प्रत्येक सब वैंड तीन लाख में बिकता है, लिहाजा इससे भी विभाग की कमाई होगी। यह प्रक्रिया पूरा करने के लिए भी विभाग ने काम शुरू कर दिया है और जल्दी ही इसका नतीजा भी दिखेगा।

इस साल बैरियर में भी नुकसान

फिलहाल 40 करोड़ रुपए की रिकवरी का विभाग का टारगेट है और अधिकारियों को कहा गया है कि वह इसी महीने में इस रिकवरी की भरपाई कर दें, ताकि सरकारी खजाने में रुका हुआ पैसा आ सके। आबकारी एवं कराधान विभाग सरकार के लिए बड़ा कमाऊपूत साबित हो रहा है। हालांकि जीएसटी के मामले में प्रदेश को कुछ नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं इस साल बैरियर में भी नुकसान हुआ है, परंतु फिर भी विभाग अपना नया टारगेट पूरा करने की पूरी उम्मीद लगाए हुए है।