कड़वाहट भुलाकर एक हो जाएं कांगे्रस के नेता

शिमला —प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि कोई भी संगठन तोड़ कर नहीं जोड़ कर चलता है। सभी को अतीत की कड़वाहट भुलाकर, एकजुट हो कर लक्ष्य 2019 को हासिल करना है। राठौर कांग्रेस कार्यलय में वीरभद्र समर्थक हरीश जनारथा की कांग्रेस पार्टी में घर वापसी पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने अध्यक्ष पद को संभाला है तभी से वो प्रदेश में किसी न किसी कारण से पार्टी से बाहर गए नेताओं व कार्यकर्ताओं को पुनः पार्टी में शामिल कर रहे हैं।  कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें यह महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी देते समय साफ  कहा था कि पार्टी को हर स्तर पर मजबूत किया जाए। इसी एजेंडे के साथ वो पार्टी को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं ओर उसमें सफल भी हो रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनके पास वीरभद्र सिंह व विद्या स्टोक्स जैसे वरिष्ठ नेताओं का नेतृत्व है। कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं का पूरा मान सम्मान करती है, जबकि भाजपा उन्हें मार्गदर्शक बना कर बाहर कर दर्शक मंडल में रखती है। कांग्रेस और भाजपा में यही बुनियादी फर्क है। इससे पूर्व शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने हरीश जनारथा का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनकी घर वापसी से शिमला में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर की सराहना करते हुए कहा कि वे पूरी पोजिटिव सोच के साथ कांग्रेस को मजबूत कर रहे हैं। जनारथा की पार्टी में वापसी सही समय का एक्शन है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर कांग्रेस का गढ़ रहा है परंतु पिछले कुछ समय से यहां कांग्रेस में बिखराव हो गया था, जो आज जुड़ता हुआ नजर आ रहा है। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष जैनब चंदेल, यशवंत छाजटा, हरिकृष्ण हिमराल, सरदार कुलवंत सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जसवंत राय सूद, संजीव  कुठियाला, आनंद कौशल, अमित नंदा, सोहन लाल, जेनी प्रेम के अतिरिक्त कांग्रेस के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।

23 को नामांकन के दौरान शिमला में रैली

हरीश जनारथा ने अपनी घर वापसी के लिए राहुल गांधी, रजनी पाटिल, गुरकिरत सिंह, वीरभद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर व विक्रमादित्या सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल से वह पार्टी से बाहर होते हुए भी पार्टी के लिए ही काम कर रहे थे। उनके सभी सहयोगी, जो आज यहां उपस्थित हैं, वह सब एकजुट कांग्रेस के साथ हैं। उन्होंने कहा कि 23 अप्रैल को शिमला में नामांकन के दौरान कांग्रेस की एक बड़ी रैली शिमला में आयोजित की जाएगी।