ग्लैमर गायब, नेताओं की बढ़ी डिमांड

2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिमी यूपी में फिल्मी सितारे चुनावी सीन में नहीं, सियासी हस्तियों को बुलाने पर ज्यादा जोर

मेरठ -लोकसभा चुनाव का पहला चरण पूरा हो गया है। दूसरे चरण के लिए 18 को वोटिंग होगी, लेकिन इस बार एक खास बात यह है कि किसी दल के समर्थन में वोट मांगने के लिए पिछले सालों के मुकाबले ‘ग्लैमर’ लगभग गायब है। फिल्मी सितारे चुनावी सीन में नहीं हैं और सियासी हस्तियों को ही बुलाने पर कैंडीडेट का ज्यादा जोर है। लोगों के बीच में पीएम मोदी, मायावती, अखिलेश, राहुल और प्रियंका गांधी, जयंत चौधरी पहली पसंद बने हुए हैं। 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में वेस्ट यूपी में सभी दलों के कैंडीडेट के पक्ष में चुनाव में तड़का लगाने के लिए कई फिल्म स्टार मे दस्तक दी थी। वेस्ट यूपी में सनी दियोल, रजा मुराद, डिंपल कपाडि़या, महिमा चौधरी, बोनी कपूर, असरानी, मोनिका बेदी, जयाप्रदा, नगमा, जूही बब्बर व प्रतीक बब्बर सहित एक लंबी फेहरिश्त प्रचार में उतरने वालों की थी। 2014 में नगमा मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से कांग्रेस के कैंडीडेट थीं। जयाप्रदा बिजनौर से आरएलडी की कैंडीडेट थीं और राजबब्बर खुद गाजियाबाद से चुनाव लड़ रहे थे। दिखावे नहीं, काम पर भरोसा बीएसपी के जोन को-ऑर्डिनेटर दिनेश काजीपुर का कहना है कि हमारी एक ही सर्वमान्य नेता मायावती हैं। बीएसपी को किसी फिल्म स्टार की जरूरत नहीं हैं। एसपी के प्रदेश सचिव चौधरी दिनेश गुर्जर का कहना है कि जनता अब काम पर विश्वास करती है, दिखावे पर नहीं। एसपी नेता अखिलेश यादव का काम बोलता हैं। फिल्मी हस्ती मौजूदा वक्त में वोट दिलाने में कारगर साबित नहीं हो रही हैं। बीजेपी के वेस्ट यूपी के प्रवक्ता गजेंद्र शर्मा का कहना है कि पीएम मोदी, अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी के लिए हर सीट से बुलावा और चाह है। जो क्रेज हमारे इन तीनों नेताओं का है वह किसी फिल्मी हस्ती का वेस्ट यूपी में नहीं दिखता। वैसे भी बीजेपी के टिकट पर ही हेमामामिनी और जयाप्रदा चुनाव लड़ रही हैं।

पैसे लेकर प्रचार करने को लेकर हुए स्टिंग का असर!

इस लोकसभा चुनाव में राजबब्बर कांग्रेस से फतेहपुर सीकरी, बीजेपी से जयाप्रदा रामपुर से और हेमा मालिनी मथुरा से चुनाव मैदान में हैं। इस बार नगमा चुनाव नहीं लड़ रही हैं। इसके अलावा भी वेस्ट यूपी की किसी सीट पर प्रचार में ग्लैमर का तड़गा नहीं लगा है। माना जा रहा है कि चुनाव से पहले फिल्मी सितारों का पैसे लेकर प्रचार करने का स्टिंग होने का यह असर है। फिल्म अभिनेता रजा मुराद के मुताबिक उनको भी पैसे देकर बीजेपी के पक्ष में वोट देने की अपील करने का ऑफर आया था, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर कह दिया था कि कलाकार कला दिखाने के पैसे लेते हैं, जमीर नहीं बेचते। जिस दल के लिए अच्छा लगेगा उसके लिए वोट देंगे। हालांकि फतेहपुर सीकरी में राज बब्बर के लिए उनके बेटे प्रतीक बब्बर और बेटी जूही बब्बर फैमिली मेंबर की हैसियत से जरूर वोट मांगने पहुंचे हैं।

नहीं चाहिए फिल्मी हस्ती की बैसाखी

कांग्रेस की एआईसीसी के सदस्य और उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष डा. युसुफ कुरैशी का कहना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की जनता में स्वीकार्यता के चलते हमें किसी फिल्मी हस्ती की बैसाखी की जरूरत नहीं हैं। फिल्म अभिनेता ही कांगेस से जुड़े हैं। राजबब्बर हमारे प्रदेशाध्यक्ष हैं।