पत्नी की रोज-रोज की झिक-झिक से परेशान पप्पू अपना सामान बांधते हुए बोला। अब तो मैं तेरे साथ एक पल भी नहीं रहूंगा।
पप्पू रेलवे स्टेशन गया, पप्पू ट्रेन में चढ़ने लगा।
तभी आकाशवाणी हुई,
इसमें मत चढ़, यह पटरी से उतर जाएगी। पप्पू ने बस में जाने की सोची कि फिर से आकाशवाणी हुई कि इसमें मत चढ़, यह खाई में गिर जाएगी।
फिर पप्पू ने आत्महत्या करने की सोची, फिर आकाशवाणी हुई, आत्महत्या मत कर, नहीं मरा तो पूरी उम्र बिस्तर पर ही सड़ता रहेगा।
पप्पू गुस्से से बोलाः कौन है यार, आवाज आई ः मैं भगवान हूं।
पप्पू रोते हुए बोला, प्रभु जब मैं घोड़ी पर चढ़ रहा था तब आपका गला बैठ गया था क्या …।