छात्रवृत्ति में फंसा पेंच दूर करेगा सैनिक बोर्ड

केंद्र को भेजा जाएगा प्रोफेशनल डिग्री की समय अवधि में आए बदलाव का ब्यौरा

हमीरपुर – पूर्व सैनिकों के बच्चों की बीएससी हार्टिकल्चर डिग्री में फंसा स्कालरशिप का पेंच अब राज्य सैनिक बोर्ड हटाएगा। हिमाचल प्रदेश सैनिक कल्याण बोर्ड ने इस बारे केंद्रीय सैनिक बोर्ड को लिखित रूप में अवगत करवाने का फैसला लिया है। इस प्रोफेशनल डिग्री की समयावधि में आए बदलाव का पूरा ब्यौरा केंद्रीय सैनिक बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद रिकार्ड में दुरुस्ती होगी। संबंधित यूनिवर्सिटी व केंद्रीय सैनिक बोर्ड के रिकार्ड में दर्ज डिग्री की समयावधि मेल नहीं खा रही। जब तक केंद्रीय सैनिक बोर्ड का रिकार्ड दुरुस्त नहीं होता, छात्रवृत्ति मिल पाना संभव नहीं। वहीं अगर डिग्री करने के दौरान पहले सेमेस्टर में छात्रवृत्ति शुरू नहीं हुई, तो लाभार्थी को इससे वंचित ही रहना होगा। केंद्रीय सैनिक बोर्ड के नियम में यह प्रावधान है कि स्कालरशिप के लिए डिग्री कोर्स के प्रथम सेमेस्टर में ही अप्लाई करना होगा। यही चूक गए तो इसका लाभ कोर्स के दौरान बिलकुल नहीं मिल पाएगा। ऐसे में स्कालरशिप लाभ के लिए असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि यूनिवर्सिटी ने लिखित रूप से दिया है कि बीएससी हार्टिकल्चर की डिग्री चार साल की है। बता दें कि प्रोफेशनल कोर्स के लिए केंद्रीय सैनिक बोर्ड के माध्यम से लड़कों को 24 हजार तथा लड़कियों को सालाना 27 हजार रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। शैक्षणिक सत्र 2019-20 शुरू हो गया है। ऐसे में अब विभिन्न कोर्स के लिए लाभार्थी ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। डिग्री की समयावधि में आए बदलाव के कारण कई अभ्यर्थियों की छात्रवृत्ति पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए अभ्यर्थी पहले सेमेस्टर में छात्रवृत्ति के लिए अप्लाई कर सकते हैं। केंद्रीय सैनिक बोर्ड की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा उपलब्ध है।