जामिया मिलिया इस्लामिया की पहली महिला  वीसी बनीं नजमा अख्तर

नजमा अख्तर को जामिया मिलिया इस्लामिया की नई वाइस चांसलर नियुक्त किया गया है। इतिहास में ऐसा पहली बार है जबकि विश्वविद्यालय में  किसी महिला को वाइस चांसलर बनाया गया है। इस नियुक्ति के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय से मिले प्रस्ताव को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी स्वीकृति दे दी है।

मंत्रालय ने जामिया मिलिया इस्लामिया -दिल्ली, महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी- मोतिहारी, बिहार और महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय – वर्धा महाराष्ट्र, के वाइस चांसलर की नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति को कुल 9 नाम अर्थात हर यूनिवर्सिटी के लिए 3 नाम भेजे थे। केंद्रीय विश्वविद्यालय के विजिटर के तौर पर राष्ट्रपति इन नामों को अपनी स्वीकृति देते हैं। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, नजमा अख्तर को जामिया की वीसी जबकि संजीव शर्र्मा और रजनीश कुमार शुक्ला को क्रमशः मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी और वर्धा महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के वीसी के तौर पर नियुक्त किया गया है।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गोल्ड मेडल के साथ पढ़ाई करने वाली जानी-मानी शिक्षाविद् प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से डाक्टरेट किया। वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ाती भी रही हैं और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से भी सक्रियता से जुड़ी रही हैं। 1953 में जन्मीं प्रोफेसर नजमा के अध्ययन और उपलब्धियों की सूची बहुत लंबी है। उन्होंने राष्ट्रमंडल छात्रवृत्ति सहित कई अंतरराष्ट्रीय प्रशस्तियां अपने नाम की हैं।