नयनादेवी-आनंदपुर साहिब रोप-वे पर चर्चा

210 करोड़ के प्रोजेक्ट के लिए चंडीगढ़ में हुई दोनों राज्यों के आलाधिकारियों की बैठक

शिमला – श्रीनयनादेवी व श्री आनंदपुर साहिब रोप-वे के निर्माण को लेकर मंगलवार को चंडीगढ़ में दोनों राज्यों के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। 28 सितंबर को हुए समझौता ज्ञापन के बाद हिमाचल व पंजाब के संयुक्त उपक्रम ‘श्रीनयनादेवी जी और श्री आनंदपुर साहिब रोप-वे कंपनी प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक मंडल की यह पहली बैठक हुई है। इस महत्त्वपूर्ण बैठक में दोनों राज्यों के आला अधिकारियों ने भाग लिया। हिमाचल प्रदेश की ओर से अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन) रामसुभग सिंह, निदेशक पर्यटन अमित कश्यप व अतिरिक्त निदेशक मनोज शर्मा और पंजाब सरकार की तरफ से अतिरिक्त मुख्य सचिव बिन्नी महाजन, प्रधान सचिव (पर्यटन) विकास प्रताप, प्रधान सचिव (वित्त) अनिल तिवारी, निदेशक पर्यटन मलविंदर सिंह जग्गी और आईआरएसई के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनूप के अग्रवाल बैठक में शामिल हुए। 210 करोड़ की अनुमानित लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए गठित की गई संयुक्त उपक्रम कंपनी के निदेशक मंडल में पांच निदेशक प्रदेश सरकार और पांच निदेशक पंजाब सरकार द्वारा मनोनीत किए गए हैं। शुरुआती पूंजीगत निवेश में 50-50 लाख रुपए की राशि दोनों राज्यों द्वारा जमा करवाई जा रही है। यह प्रोजेक्ट दो राज्यों व दो धर्मों के बीच आपसी भाईचारे व सद्भावना की डोर और मजबूत करेगा। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को हकीकत में बदलने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ा और कई अड़चनें भी राह में आई। वर्ष 2012-13 में भी इस रोप-वे के निर्माण का प्रयास किया गया था और इसके लिए 14 एकड़ जमीन भी अधिकृत की गई थी, लेकिन किन्हीं परिस्थितियों में इसका निर्माण नहीं हो पाया। इस प्रोजेक्ट का लोअर टर्मिनल पंजाब में श्रीआनंदपुर साहिब के निकट रामपुर में इंटरमीडिएट स्टेशन हिमाचल के टोबा में और अप्पर टर्मिनल प्वाइंट श्रीनयनादेवी में होगा।

अढ़ाई साल में पूरा करने का टारगेट

प्रोजेक्ट को हकीकत में बदलने के लिए दोनों राज्यों के पर्यटन विभाग इसकी नोडल एजेंसी के रूप में काम कर रहे हैं और आगामी अढ़ाई वर्ष के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके निर्माण के लिए मैसर्ज इंडियन पोर्ट रेल  कारपोरेशन लिमिटेड (आईपीआरसीएल) द्वारा फ्री फिजिबिलिटी स्टडी की गई थी और इस निदेशक मंडल की बैठक में इस बारे कंपनी के अधिकारियों ने प्रस्तुति भी दी।