पत्रकारिता की कम होती स्वतंत्रता

 रूप सिंह नेगी, सोलन

रिपोर्टर्ज विदआउट बोर्डर्ज एनालिसिस के वार्षिक वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स के मुताबिक प्रेस की स्वतंत्रता में भारत 180 देशों में फिसलकर 140वें स्थान पर आ चुका है। रिपोर्ट के अनुसार पत्रकारिता के लिए देश में नाजुक स्थिति बनी है। ऐसा लगना स्वाभाविक हो जाता है, क्योंकि प्रेस पर दबाव बना कर सच्चाई का गला घोंटा जा रहा है, जो प्रेस की स्वतंत्रता के लिए एक बडे़ खतरे की घंटी हो सकती है। एक तरफ तो प्रेस पर कथित अंकुश और दूसरी तरफ कुछ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का पक्षपाती रवैया, इससे साफ जाहिर होता है कि अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रहार हो रहा है। सरकार भले ही प्रेस की स्वतंत्रता के लिए कोई ठोस कदम उठाए या नहीं, लेकिन जनता का आक्रोश मीडिया और सरकारों पर भारी पड़ सकता है।