भूपेंद्र ठाकुर, गुम्मा, मंडी
निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव भारतीय लोकतांत्रिक प्रणाली की सबसे बड़ी विशेषता है। लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी लोगों को बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। आज का मतदाता काफी जागरूक और 21वीं शताब्दी का मतदाता है, जिसे न तो प्रलोभन और न ही अनुचित दबाव व अनैतिक तरीके से खरीदा जा सकता है। आज विश्व के बहुत से देश भारतीय लोकतंत्रात्मक प्रणाली को समझ रहे हैं और अपने देश में लागू करने की सोच रहे हैं। हम अपने मत से ही सरकार के कार्य का मूल्यांकन करते हैं तथा देश के विकास की इबारत लिखते हैं। अतः हमें अपने मत का प्रयोग सोच-समझ कर करना चाहिए। निर्भीक और स्वतंत्र मतदान ही हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है। हम सभी को शत-प्रतिशत मतदान का संकल्प लेना चाहिए।