रोहतांग टनल में भरा पानी, आवाजाही ठप

सेरी नाला के समीप रिसाव से सुरंग में विद्युत व्यवस्था भी ठप, छाया अंधेरा

मनाली – चार हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रही रोहतांग टनल में पानी भरने से हड़कंप मच गया है। टनल से हो रही लाहुल-स्पीति के लोगों की आवाजाही को जहां बीआरओ ने रोक दिया है, वहीं पानी को बाहर निकालने का काम भी शुरू कर दिया गया है। यही नहीं, पानी भरने से टनल के भीतर विद्युत व्यवस्था भी ठप हो गई है, जिसे बहाल करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। बुधवार देर शाम लाहुल-स्पीति प्रशासन को इस संबंध में बीआरओ ने जहां सूचित किया, वहीं गुरुवार को 200 लोगों को टनल से गुजरने की मंजूरी को भी रद्द कर दिया गया। अब इन लोगों को टनल से पानी निकलने के बाद ही भेजा जाएगा। टनल में बुधवार रात को ही सेरी नाला के समीप पानी भर गया था। टनल प्रबंधन का कहना है कि वह किसी सी सूरत में लोगों की जान जोखिम में नहीं डाल सकता और टनल से पानी निकालने के बाद ही लोगों की आवाजाही सुरंग से संभव हो पाएगी। लिहाजा जनजातीय जिला के लोगों की उम्मीदों पर एक बार फिर पानी फिर गया। यहां बता दें कि चार हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रही रोहतांग टनल के भीतर ग्लेशियरों के पानी के रिसाव ने बीआरओ के लिए बड़ी चुनौती पैदा कर दी है। पहले ही करीब चार साल देरी से चल रही रोहतांग सुरंग को टनल के भीतर सेरी नाले ने काफी परेशान किया था, वहीं अब सेरी नाले के समीप भी पानी का रिसाव होने से टनल से लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है। हालांकि बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि सेरी नाले को चैनलाइज पहले ही कर दिया गया है। सेरी नाले की तरफ से अब कोई भी दिक्कत टनल में नहीं है। रोहतांग टनल का निर्माण कार्य जहां युद्धस्तर पर चल रहा है, वहीं टनल में हो रहा रिसाव इंजीनियरों के लिए बड़ी टेंशन बन गया है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह रिसाव सामान्य है और इससे किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है। निर्माणाधीन रोहतांग टनल से जहां लोगों की आवाजाही चुनाव आयोग के आग्रह पर करवाई जा रही है, वहीं बीआरओ ने यह स्पष्ट किया है कि टनल का निर्माण कार्य अभी जारी है और वह लगातार लोगों को आर-पार नहीं करवा सकता। ऐसे में टनल का निर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहा है। लिहाजा रोहतांग टनल में भरा पानी निकालने का काम युद्ध्रस्तर पर चल रहा है और उम्मीद की जा रही है कि शुक्रवार को लोगों की आवाजाही रोहतांग टनल से बहाल हो पाएगी। उल्लेखनीय है कि रोहतांग टनल परियोजना प्रबंधन ने मंगलवार को ही लाहुल-स्पीति प्रशासन को सूचित कर दिया था कि टनल के भीतर पुल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, ऐसे में टनल से लोगों की आवाजाही कुछ दिनों तक नहीं हो पाएगी, लेकिन फिर भी बीआरओ ने लोगों की दिक्कतों को समझते हुए रोहतांग टनल से गुरुवार को 200 लोगों को आरपार करवाने की अनुमति दी और लाहुल-स्पीति प्रशासन को तैयार रहने के लिए कहा, लेकिन बुधवार देर शाम ही टनल के भीतर पानी भर गया और यहां विद्युत व्यवस्था भी ठप हो गई। ऐसे में टनल प्रबंधन ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रख लाहुल-स्पीति प्रशासन को दोबारा सूचित किया कि गुरुवार को लोगों की आवाजाही नहीं हो पाएगी। लिहाजा पांच माह बाद अपने घर लौटने की उम्मीद लगाए बैठे लाहुल के लोगों को एक बार फिर झटका लगा है।