अगले हफ्ते बहाल होगा रोहतांग दर्रा

 केलांग —रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटे बीआरओ के लिए खराब मौसम व गिर रहे हिमखंड चुनौती बने हुए हैं। केलांग-मनाली मार्ग को बहाल करने का लक्ष्य जहां बीआरओ ने 15 मई का रखा है, वहीं रोहतांग दर्रे के खराब मौसम ने बीआरओ को झटका दे डाला है।  दर्रे पर पिछले दिनों हुए हिमपात ने मार्ग बहाली के काम की रफ्तार को भी धीमा कर दिया है। ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि अगामी सप्ताह तक रोहतांग दर्रा बहाल हो जाएगा। हालांकि चुनाव आयोग ने बीआरओ को निर्देश दिए थे कि वह रोहतांग दर्रा 19 मई से पहले बहाल किया जाए। लिहाजा सीमा सड़क संगठन के जवान अपना निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के लिए दिन रात महनत कर रहे हैं। मनाली की तरफ से जहां बीआरओ पहले ही रोहतांग टॉप पार कर चुका है, वहीं लाहुल के तरफ से भी बीआरओ के जवान युद्ध स्तर पर सड़क बहाली के कार्य में जुटे हैं। अधिकारियों का कहना है कि महज 15 किलोमीटर सड़क से बर्फ हटने के बाद जहां रोहतांग दर्रा बहाल हो जएगा, वहीं खराब मौसम बीआरओ को काम करने नहीं दे रहा। दर्रे पर अचानक मौसम खराब हो रहा है, जिस कारण रोहतांग बहाली में देरी हो रही है। हालांकि प्रशासन के आग्रह पर बीआरओ ने लोगों को रोहतांग टनल से गुजारा जरूर है, लेकिन दर्रा बहाल होने के बाद अधिक से अधिक संख्या में लोग लाहुल पहुंच सकते हैं। उपायुक्त लाहुल-स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी का कहना है कि केलांग-मनाली मार्ग बहाली को लेकर बीआरओ से प्रशासन ने संपर्क बनाया हुआ है। उनका कहना है कि उन्होंने खुद सड़क का जायजा हाल ही में लिया है।

कल सरचू पहुंचने का लक्ष्य

मौसम खराब न रहा, तो बीआरओ तय समय में अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा। उन्होंने बताया कि केलांग से सरचू तक सड़क की बात करें, तो बीआरओ ने सरचू पहुंचने का लक्ष्य भी 15 मई का रखा है। जिंगजिंगबार तक सड़क से बर्फ हटा ली गई है। उन्होंने बताया कि घाटी के संपर्क मार्ग अधिकतर खोल दिए गए हैं और जल्द ही सभी क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था भी बहाल करवा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि रोहतांग दर्रे की बहाली का प्रयास लगातार जारी है।