आउटसोर्स भर्तियों का विरोध

चंबा—हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ चंबा इकाई के अध्यक्ष हेमिंद्र सिंह व जिला सचिव ललित शर्मा ने हाल ही में  सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स के तहत कर्मचारियों की नियुक्तियों का विरोध किया है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि वर्तमान समय में प्रदेश में लगभग 35000 कर्मचारी आउटसोर्स के तहत सेवाएं दे रहे हैं और अभी तक उनका भविष्य अधर में लटका है। प्रदेश सरकार अभी तक इन कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित नही कर पाई है आज भी कंपनी इन कर्मचारियों का भरपूर शोषण कर रही है। इनके ईपीएफ  में जो राशि कंपनी ने देनी होती है, वे राशि भी कर्मचारियों के हिस्से से काटी जा रही है। वेतन के नाम पर छह हजार रुपए दिए जाते हैं, जो कि इस महंगाई के दौर मे ऊंट के मुंह मे जीरे वाली बात है। इसके अलावा आज सात साल से लेकर 12 साल तक सेवा देने के उपरांत ये कर्मचारी न तो कहीं और काम कर सकते हैं और न ही इस नौकरी को छोड़ सकते हैं  इस छोटे से वेतन और काम के बोझ के तले ये कर्मचारी खुद को बहुत शोषित महसूस कर रहे हैं।  हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी संघ प्रदेश सरकार से अनुरोध करता है कि इन कर्मचारियों के भविष्य के प्रति सकारात्मक रवैया अपनाए और एक सम्मानजनक वेतन देकर एक निहित पालिसी के तहत इन 35000 कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित करे अन्यथा इन नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से खत्म किया जाए, ताकि समय रहते ये कर्मचारी अपने भविष्य का रास्ता तय कर सकें।