आश्रय को तो राजनीति की एबीसी नहीं आती

शिमला —पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद शांता कुमार ने एक बार फिर से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिमला पहुंचे शांता कुमार ने कहा कि सुखराम ने अब तक पांच बार दल बदला और अपने पोते आश्रय, जिसको राजनीति की एबीसी पता ही नहीं हैं, उनके लिए भाजपा को छोड़ दिया। उन्होंने कहा देश में राजनीति का स्तर गिरने की बात कही है। वे सोमवार देर सायं शिमला में भाजपा चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए शांता ने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार उधार के हैं, भाजपा के परिवार के है। देश की पुरानी पार्टी सर्कस बनकर रह गई। वीरभद्र सिंह मंडी में अपने प्रत्याशी को आया राम, गया राम कह रहे हैं तो शिमला में शांडिल को पुराने पापी कहते हैं।   उन्होंने कहा कि सुखराम ने पांच बार दलबदल किया और अपने पोते के लिए जिसको राजनीति का क, ख पता नहीं है, उसके लिए भाजपा को ही छोड़ दिया।