इस्तीफे पर अड़े राहुल गांधी

वरिष्ठ नेताआें से कहा, नए चीफ की तलाश शुरू करो

नई दिल्ली –लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस गहरे आंतरिक संकट से गुजर रही है। यही नहीं, कर्नाटक और राजस्थान में उसकी सरकारें डगमगाती दिख ही हैं। पार्टी की करारी शिकस्त के बाद से अब तक कुल 13 इस्तीफे हो चुके हैं। इनमें सोमवार को पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, झारखंड के अजय कुमार और असम के प्रदेश अध्यक्ष निपुन बोरा का भी इस्तीफा शामिल हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी अब भी इस्तीफे पर अड़े हुए हैं और उन्होंने कई नेताओं से कहा है कि यह वह वक्त है, जब पार्टी को नए चीफ की तलाश करनी चाहिए। पार्टी में आंतरिक संघर्ष के साथ ही कर्नाटक और राजस्थान में उसकी सरकारें भी दांव पर लगी हैं। इन दोनों ही राज्यों से भाजपा के ऐक्टिव होने की खबरें हैं। कर्नाटक में कांग्रेस विधायकों रमेश जरकिहोली और डा. सुधाकर ने भाजपा नेता एसएम कृष्णा से हाल ही में मुलाकात की थी। इस दौरान भाजपा के अन्य नेता भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक ऐसे विधायकों की बड़ी संख्या है, जो लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से नाखुश हैं। दूसरी तरफ राजस्थान में भी आतंरिक लड़ाई तेज है और ऐसे कई मंत्री हैं, जिनका कहना है कि इस करारी हार के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए। कर्नाटक में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका है।  बता दें कि 542 सीटों पर हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को महज 52 सीटें ही मिली हैं। 2014 के आम चुनावों के बाद यह लगातार दूसरा मौका है, जब कांग्रेस पार्टी की सीटें दोहरे अंकों पर ही सिमट गई हैं। यही नहीं, लगातार दूसरी बार वह नेता विपक्ष का पद हासिल करने लायक सीटें भी नहीं ला पाई है। 2014 में कांग्रेस को 44 सीटें ही मिली थीं। कांग्रेस का 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खाता भी नहीं खुला।