घर से पहचाने जाएंगे टीबी मरीज

प्रदेश को क्षय रोग से मुक्त करने को कसरत तेज, केंद्र को जाएगी रिपोर्ट

 शिमला  —यदि कोई मरीज अस्पताल नहीं आ रहा है और उसमें टीबी के लक्षण हैं, तो उसे घर जाकर पहचाना जाएगा। इसमें प्रदेश स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहयोग करने वाले हैं। प्रदेश को वर्ष 2021 तक टीबी फ्री किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने वे तमाम तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिसके तहत कई जागरूक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इससे प्रदेश में टीबी का अंत कर दिया जाएगा। हिमाचल को टीबी रोग से फ्री करने के लिए मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना शुरू कर दी गई है। इस योजना के तहत प्रदेश में टीबी प्रभावितों को जल्द ही पहचाना जाएगा और उनके इलाज के लिए जल्द ही आगामी कदम उठाया जाएगा। राज्य में पहली बार इस योजना के तहत टीबी रोग और उससे बचाव के तरीक ों के प्रति जनता को बड़े स्तर पर जागरूक किया जाने वाला है। गौर हो कि भारत सरकार को भी यह रिपोर्ट भेजी गई है कि क्षय योजना के तहत राज्य क्या-क्या कदम उठाएगा। इस योजना के तहत घर-घर जाकर टीबी रोगियों की पहचान की जाएगी और इससे प्रभावितों को समय पर अस्पताल में लाने का कार्य किया जाएगा। अभी केमिस्टस को भी ये आदेश दे दिए गए हैं कि किसी भी टीबी प्रभावित को अपने स्तर पर दवा नहीं दी जाए। इसके लिए संबंधित डाक्टर से संपर्क किया जाना तय किया गया है। ऐसा करने से कोई टीबी रोगी नहीं छूट पाएगा। फिलहाल प्रदेश के लिए यह अच्छी खबर है कि प्रदेश स्वास्थ्य कार्यक्रमों में से राज्य में टीबी से प्रदेश को फ्री किया जा रहा है।