जडेजा का प्लेइंग इलेवन को दावा

न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में पारी संभालने का मिल सकता है इनाम

लंदन —भारतीय टीम के धुरंधर बल्लेबाज जब न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में एक के बाद एक पैवेलियन लौट रहे थे, तब ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने विकेट पर टिक कर 50 गेंदों में 54 रन पारी खेली और विश्व कप के लिए अंतिम भारतीय एकादश में अपना दावा मजबूती के साथ पेश कर दिया। भारतीय टीम जब विश्वकप के लिए रवाना हुई, तब यह कह पाना मुश्किल था कि जडेजा को अंतिम एकादश में जगह मिल पाएगी या नहीं। टीम में हार्दिक पांड्या, केदार जाधव और विजय शंकर के रूप में तीन ऑलराउंडर मौजूद हैं, जिनके चलते यह माना जा रहा था कि जडेजा के लिए एकादश में जगह बनाना काफी मुश्किल होगा। न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच से पहले विजय शंकर को हाथ में चोट लगी, जिससे उन्हें अभ्यास मैच में नहीं उतारा गया, जबकि केदार जाधव अपने कंधे की चोट से उभर कर टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे थे, लेकिन सावधानी के तौर पर उन्हें भी नहीं उतारा गया। ऐसे में जडेजा को अभ्यास मैच में मौका मिला और उन्होंने ऐसे समय अर्द्धशतकीय पारी खेली, जब भारत के शीर्ष बल्लेबाज न्यूजीलैंड के स्विंग गेंदबाजों ट्रेंट बोल्ट और जेम्स नीशम के सामने संघर्ष कर रहे थे। विश्व की नंबर दो टीम ने अपने आठ विकेट 115 रन पर गंवा दिए थे, लेकिन जडेजा की पारी ने भारत को 179 रन तक पहुंचाया। हालांकि भारत यह मैच हार गया, लेकिन जिस तरह जडेजा ने निचले क्रम में भारतीय पारी को संभाला उसने उनका एकादश के लिए दावा मजबूत कर दिया।

सबक लेंगे, अगले मुकाबलों में नहीं करेंगे गलतियां

नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के खिलाफ वॉर्मअप मैच में भारत की बल्लेबाजी को पोल खुल गई, लेकिन स्पिन ऑल राउंडर रविंद्र जडेजा ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों का बचाव किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। टीम इंडिया अगले मैचों में अपनी इन कमजोरियों को दूर कर लेगी। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वर्ल्डकप के वॉर्म अप मैच में टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी का फैसला भारत को महंगा पड़ा।  गेंदबाजों के अनुकूल इस पिच पर भारत की पूरी टीम 39.2 ओवरों में 179 पर ही ढेर हो गई। जडेजा ने 50 गेंदों पर 54 और हार्दिक पांड्या ने 37 गेंदों पर 30 रन की पारी खेली। वर्ल्डकप अभियान का पहला मैच हारने के बाद जडेजा ने कहा कि यह हमारा पहला मुकाबला था, हम किसी खिलाड़ी को केवल एक पारी के आधार पर जज नहीं कर सकते।

हार से मिली सीख

लंदन। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने अभ्यास मैच के बाद निचले क्रम के प्रदर्शन पर कहा कि उन्होंने मैच में अच्छा योगदान दिया। कप्तान ने कहा कि मैं समझता हूं कि विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में शीर्ष क्रम हमेशा कामयाब नहीं हो सकता, इसलिए निचले क्रम को भी तैयार रहना चाहिए। मेरे ख्याल से हार्दिक पांड्या ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और महेंद्र सिंह धोनी ने भी गेंदबाजों पर दवाब बनाया तथा अंत में जडेजा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए कुछ रन और जोड़े। मेरे नजरिए से देखें तो हमें इस मैच से काफी कुछ सीखने को मिला, जो हम चाहते थे। निचले क्रम का रन बनाना टीम के लिए सकारात्मक है।