टैटू गुदवाने से प्रदेश के दो युवाओं को एचआईवी

शिमला  – अपने शरीर पर टैटू गुदवाओ तो ज़रा ध्यान से, क्योंकि आपका यह शौक आपको कोई बीमारी भी दे सकता है। हाल ही में सामने आया है कि प्रदेश में दो युवक टैटू गुदवाने से एचआईवी के शिकार हुए हैं। अस्पतालों में ट्रीटमेंट की काउंसिलिंग प्रक्रिया के दौरान प्रभावितों की केस स्टडी में यह खुलासा हुआ है। हालांकि मेडिकली यह प्रूफ नहीं किया जा सकता कि टैटू बनवाने में इस्तेमाल होने वाली सुई से ही एचआईवी का वायरस युवकों के शरीर में गया होगा, लेकिन प्रभावितों की केस स्टडी के मुताबिक युवकों ने टैटू के गुदवाने का कारण एचआईवी होने की पूर्ण संभावना जताई है। इसमें एक प्रभावित ने  प्रदेश से बाहर टैटू बनवाया, वहीं दूसरे ने विदेश में जाकर अपने शरीर पर टैटू छपवाया है। इसके बाद ही वे एचआईवी के शिकार हुए हैं। गौर करें तो  स्टेट एड्स कंट्र्रोल सोसायटी भी यह मानती है कि हाई रिस्क जोन में इस विषय को भी गंभीरता के तौर पर लिया जाता है। इसमें एड्स नियंत्रण समिति देश भर में आयोजित विभिन्न जागरूक कार्यक्रमों में जनता को एचआइवी से बचने के लिए टैटू गुदवाने के दौरान नई सुई इस्तेमाल करने के बारे में जागरूक  भी करती जा रही है। देखा जाए तो प्रदेश में बीते तीन वर्र्षों में सुई के कारण छह को एचआईवी होने की शिकायत सामने आई है। इसमें सुई से नशा करने के बारे में बताया जा रहा है। अब टैटू से भी एचआईवी होने का मामला सामने आया है।