डिजिटल डिग्री न देने पर एचपीयू को फटकार

 शिमला –प्रदेश विश्वविद्यालय को पीजी छात्रों के अलावा अब रूसा के तहत पढ़ने व अन्य कोर्स करने वाले छात्रों को भी डिजिटल डिग्री के साथ ही मार्कशीट डिजिटल देनी होगी। यूजीसी यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालय को यह कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं। विवि अनुदान आयोग की यह शर्त पूरी न करने पर विश्वविद्यालय की यूजीसी से आने वाली ग्रांट पर भी अगले साल खतरा मंडराएगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के  सचिव प्रो. रजनीश जैन ने कहा कि 17 अक्तूबर, 2014 और 21 मार्च, 2019 को भी सभी शिक्षण संस्थानों को इस बारे में आदेश जारी किए गए थे। हैरत है कि अभी भी प्रदेश विश्वविद्यालय सहित अन्य निजी विश्वविद्यालय भी सिक्योरिटी फीचर के साथ छात्रों को ऑनलाइन मार्कशीट व सर्टिफिकेट नहीं दे पा रहे हैं। अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालय की इस देरी के लिए फटकार भी लगाई है। वहीं साफ कहा है कि विश्वविद्यालय के तहत डिग्री डिप्लोमा करने वाले सभी छात्रों को इस साल से डिजिटल डिग्रियों व मार्कशीट का फायदा पहुंचाना बेहद जरूरी है। यूजीसी ने साफ किया है कि सभी शिक्षण संस्थानों को फर्जी मार्कशीट व डिग्री बनाने के बढ़ते मामले को लेकर यह कदम उठाना जरूरी है। अनुदान आयोग ने प्रदेश विश्वविद्यालय से जल्द डिजिटल डिग्री व मार्कशीट के लिए  ऑनलाइन मॉडयूल तैयार कर जल्द रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं। बता दें कि प्रदेश विश्वविद्यालय को यूजीसी के आदेशों के बाद पीजी सहित कालेजों में रूसा के तहत पढ़ रहे छात्रों को भी ऑनलाइन ही सभी परीक्षा संबंधित रिकार्ड देने होंगे। इसके तहत छात्रों को क्यूआर कोड भी विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों को उपलब्ध करवाना होगा। यूजीसी ने साफ किया है कि देश भर के सभी विश्वविद्यालय को इस वर्ष ही ऑनलाइन मॉडयूल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं, ऐसे में हिमाचल के विश्वविद्यालय को भी नेशनल अकादमिक डिपोसटरी योजना को अमलीजामा पहनाकर छात्रों को इस साल से ही ऑनलाइन सर्टिफिकेट देने होंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी आदेशों के अनुसार डिजिटल डिग्रियों में हाइटेक सिक्योरिटी फीचर विश्वविद्यालय को शामिल करने होंगे। इन डिग्रियों में जहां हिडन आइडेंटरी फीचर शामिल होंगे, वहीं विवि की पहचान भी लेजर बीम टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी। उधर, प्रदेश विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक जेएस नेगी ने बताया कि एचपीयू ने परीक्षा संबधित पूरा रिकार्ड इकट्ठा कर दिया है। जल्द ही नेशनल अकादमिक डिपोसटरी के तहत यूजी, पीजी के छात्रों को डिग्री व मार्कशीट दी जाएंगी। इसके लिए अलग से नैड सैल का गठन भी किया जाएगा।