दलाईलामा से मिले कैलाश सत्यार्थी

मकलोडगंज -नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी इन दिनों पर्यटक नगरी धर्मशाला दौरे पर हैं। धर्मशाला दौरे के दूसरे दिन उन्होंने मंगलवार को तिब्बती धर्मगुरू दलाईलामा से उनके निवास स्थान पर भेंट की। इस दौरान उनके द्वारा लिखी जा रही किताब पर करीब अढ़ाई घंटे तक बातचीत हुई। श्री सत्यार्थी व धर्मगुरू दलाईलामा के बीच हुई चर्चा के मुख्य अंशों का सारांश ही इस किताब में लिखा जाएगा। इन दोनों विभूतियों के बीच बुधवार को भी चर्चा का दौर जारी रहेगा। गौर रहे कि तिब्बेतन धर्मगुरू दलाईलामा ने साल 2015 में आर्कबिशप डेसमंड टुटू से मकलोडगंज में मुलाकात भी की थी। दलाईलामा डेसमंड टूटू के साथ मिलकर ‘जॉय’ नामक एक पुस्तक भी लिख चुके हैं। वहीं कैलाश सत्यार्थी ने 1980 में बाल मजदूरी जैसी प्रथा को खत्म करने के लिए ‘बचपन बचाओ’ आंदोलन आरंभ किया था। उधर, कैलाश सत्यार्थी का कहना है कि धर्मगुरू का साथ मिलना उनके लिए गौरव से कम नहीं हैं।

विभूतियां नवाजीं

धर्मशाला। महिला साहित्यकार संस्था जिला इकाई कांगड़ा ने धर्मशाला लांयस क्लब में राज्य स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस कार्याक्रम की अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष रीता सिंह ने की। कार्याक्रम में बतौर मुख्यतिथि पूर्व चुनाव आयुक्त हिमाचल प्रदेश  केसी शर्मा ने की। विशेष अतिथि के रुप में आईएफ अधिकारी चंद्र शेखर मौजूद रहे। कार्याक्रम के दौरान साहित्यकार संस्था ने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य कर रहे विभुतियों को सम्मानित किया। जिसमें धनी राम, श्रीशारदा, रक्षा जसवाल, विनोद, पवन कुमार, मुनीष कुमार, राकेश राय, राधा, आरके अग्रवाल, राजू डोगरा, विजय, सुरेंद्र, साधना, वरुण, मनोहर नारंग, आरएस राणा, करनैल सिंह, गगन अरोड़ा, राधा मनोचा, अंकुश मल्होत्रा, राम गोपाल, रणधीर सेकड़ी, वीके शर्मा, गोपाल प्रधान, रविंद्र राणा, सुनील खनका, तेजिंद्र सिंह, रंजू रस्तोगी, शोभा पूरी, शक्ति चड्डा, संगीता, दीपिका, कुसुम, वीना, चंद्ररेखा, र्स्वणलता, वविता, ईशा, भारती, शशि, सुरजीत, सरिता, दिनाक्षी, रेणू, राका कौल, सरिता, सोनिया, अंशु राज, किरण, मोहिनी खत्री और संगीता को सम्मानित किया गया।