दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी का देश छोटे लक्ष्य नहीं देख सकता : मोदी

खरगोन – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी का देश छोटे लक्ष्य नहीं देख सकता और केंद्र सरकार के बीते पांच वर्ष देश की आवश्यकता की पूर्ति के लिए थे, वहीं अब आने वाले पांच वर्ष आशाओं और आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए होंगे। श्री मोदी आज लोकसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मध्यप्रदेश के खरगोन से पार्टी प्रत्याशी गजेंद्र पटेल के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा काे संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी का देश छोटे सपने नहीं देख सकता क्योंकि सपने, आकांक्षाएं और लक्ष्य तो ऊंचे ही होना चाहिए । उन्होंने कहा कि आगामी 5 वर्ष में बड़े लक्ष्य की तरफ ईमानदारी से प्रयास कर उसे प्राप्त किया जाएगा। हम ऐसी सामाजिक व्यवस्था निर्मित करने में सफल होंगे जहां कोई भी छूटा हुआ महसूस नहीं करेगा। श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने चुनाव प्रचार की शुरुआत में कहा था कि बीते 5 वर्ष आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हैं और आने वाले 5 वर्ष आशाओं और आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए होंगे । श्री मोदी ने कहा कि हमारी सोच स्पष्ट है और हम हर व्यक्ति विकास से जुड़ाव महसूस करे, ऐसे नए भारत के निर्माण के लिए निकले हैं।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक प्रत्येक गरीब का अपना पक्का घर होगा । उन्होंने दावा किया कि अभी तक भाजपा सरकार कांग्रेस शासन के मुकाबले 6 गुना ज्यादा मकान डेढ़ करोड़ मकान बना चुकी है। उन्होंने इस दौरान आयुष्मान योजना का भी जिक्र किया।  प्रधानमंत्री मोदी ने अपने करीब 50 मिनट के भाषण की शुरुआत भारत माता, नर्मदा नदी, महेश्वर और ओंकारेश्वर, अहिल्याबाई आदि के जयकारे से की तथा आदिवासी बोली में जनता से संवाद किया। इस दौरान उन्हें तीर कमान और उनकी छवि की एक पेंटिंग भी भेंट की गई। श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत मेरठ से की थी और उसका समापन आदिवासी क्षेत्र खरगोन से कर रहे हैं । मेरठ और खरगोन को राष्ट्रवाद की प्रेरणा का क्षेत्र निरूपित कर दोनों में साम्य स्थापित करते हुए उन्होंने कहा कि जहां मेरठ में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल बजाया गया वहीं खरगोन क्षेत्र के आदिवासी नायक भीमा नायक ने भी इसमें हिस्सा लेकर आदिवासियों का नेतृत्व करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी ।  श्री मोदी ने मध्य प्रदेश, गुजरात व राजस्थान सीमा पर स्थित मानगढ़ नामक स्थान का जिक्र करते हुए कहा कि वहां गोविंद गुरु ने आदिवासी समाज में राष्ट्रभक्ति का अलख जगा कर अंग्रेजों को नाकों चने चबाने को मजबूर कर दिया था। उन्होंने कहा कि चुनाव के सातवें चरण में जहां अन्य दल और नेता थके हुए महसूस कर रहे हैं वही इस विशाल सभा ने राजनीतिक पंडितों को देश का मिजाज स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सैनिकों से विशेषाधिकार छीनने और देशद्रोह का कानून समाप्त करने की बात करने जैसे विषयों को लेकर इस लोकसभा चुनाव मैदान में हैं और जनता ने उन्हें ठुकरा दिया है । उन्होंने कहा कि जनता जम्मू कश्मीर में एक अलग प्रधानमंत्री पैरवी करने वालों को कड़ा सबक सिखायेगी।