नयी सरकार में मंत्री नहीं बनेंगे अरुण जेटली, चिट्ठी लिखकर सेहत का दिया हवाला

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं निवर्तमान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्वास्थ्य कारणों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की नई सरकार में उन्हें मंत्री नहीं बनाये जाने का अनुरोध किया है। श्री जेटली ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को एक पत्र लिख कर यह अनुरोध किया है। उन्होंने लिखा है कि आपके नेतृत्व में पांच साल सरकार का हिस्सा रहना उनके लिए बहुत सम्मान एवं गौरव की बात रही और बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला। इससे पहले राजग की पहली सरकार में भी काम करने का सौभाग्य मिला। विपक्ष में रहते हुए भी पार्टी ने उन्हें महत्वपूर्ण दायित्व दिये।उन्होंने लिखा कि करीब 18 माह से वह गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझ रहे हैं। डॉक्टरों ने अधिकांश मौकों पर उन्हें इन चुनौतियों से उबारा। पत्र में निवर्तमान वित्त मंत्री ने श्री मोदी से कहा कि प्रचार अभियान के समाप्त होने पर उनके केदारनाथ रवाना होने के पहले उन्हाेंने मौखिक रूप से उनसे (प्रधानमंत्री से) अनुरोध किया था कि वह अभियान के दौरान पार्टी की जिम्मेदारी उठाते रहे हैं लेकिन भविष्य में वह किसी जिम्मेदारी से दूर रहना चाहेंगे ताकि वह (श्री जेटली) अपना उपचार करा सकें और स्वास्थ्य लाभ ले सकें।श्री जेटली ने कहा कि इस पत्र में वह औपचारिक अनुरोध कर रहे हैं कि उन्हें उपचार और स्वास्थ्य लाभ के लिए समय चाहिए । इसलिए वह नयी सरकार में कोई जिम्मेदारी नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास अपना काफी वक्त होगा और सरकार एवं पार्टी के लिए वह अनौपचारिक रूप से कुछ ना कुछ करते रहेंगे।