न्यायाधीश धर्मचंद चौधरी का स्वागत

पद्भार संभालने पर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने किए सम्मानित

शिमला  -हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने वरिष्ठ न्यायाधीश धर्मचंद चौधरी द्वारा मुख्य न्यायाधीश कार्यालय को पदभार संभालने पर सम्मानित किया। बार एसोसिएशन के प्रधान राजीव जीवन ने उन्हें टोपी और शॉल पहनाकर बार एसोसिएशन के सभी सदस्यों की ओर से सम्मानित किया गया। इस मौके पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश धर्म चंद चौधरी ने कहा कि बार और बैंच एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं और दोनों ही न्याय प्रदान करने के लिए अपना महत्त्वपूर्ण कर्त्तव्य निभाते हैं। मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत के सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति होने के पश्चात उन्हें केंद्रीय कानून मंत्रालय ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है। न्यायाधीश धर्मचंद चौधरी का जन्म एक कृषक परिवार में 12 मार्च, 1958 गांव लोहारा, तहसील सदर, जिला मंडी में हुआ था। प्राइमरी स्कूल लोहारा से प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने हटगढ़ से मैट्रिक उत्तीर्ण की। उन्होंने कुल्लू कालेज से स्नातक और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से वर्ष 1983 में एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने 10 मई, 1983 में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में बतौर अधिवक्ता काम शुरू किया। यहां उन्होंने प्रदेश उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष और सचिव के रूप में पद संभाला। वर्ष 1993-94 और 1994-95 के दौरान वह एसोसिएशन के उपाध्यक्ष और अध्यक्ष बने। वर्ष 1994 में वह अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नियुक्त हुए। इस दौरान वह  अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, कुल्लू और शिमला जिला एवं सत्र न्यायाधीश (निरीक्षण), हिमाचल प्रदेश, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, हमीरपुर, कुल्लू और लाहौल एवं स्पीति रहे। इसके बाद उनका तबादला और रजिस्ट्रार (नियम) के पद पर और फिर मुख्य न्यायाधीश के प्रधान सचिव, रजिस्ट्रार (सतर्कता) किया गया। वह हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार (जनरल) के पद पर अक्तूबर 2010 से 20 जनवरी 2012 तक कार्यरत रहे। इसके बाद उन्होंने प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।