पहले भ्रष्ट नहीं थे राजीव गांधी

श्रीनगर – लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान जहां पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम नेता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आलोचना कर रहे हैं, वहीं राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप के इस दौर में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधा है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री राजीव गांधी शुरू में भ्रष्ट नहीं थे, लेकिन कुछ लोगों के प्रभाव में आकर वह बोफोर्स घोटाले के मामले में शामिल हो गए। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल बीजेपी के बागी नेता अजय अग्रवाल द्वारा जारी 76 सेकंड के उस ऑडियो क्लिप पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें मलिक ने उच्चतम न्यायालय के वकील को कहा था कि राजीव गांधी भ्रष्ट नहीं थे। ऑडियो क्लिप में मलिक यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि राजीव मूलतः भ्रष्ट नहीं था और ये मुझे अरुण नेहरू ने भी कहा कि एआईसीसी से जो खर्चा मिलता था, उन दिनों, जब ये घूमते-फिरते थे, तो ये गैर-जरूरी खर्चा भी नहीं लेता था। अरुण नेहरू का ये कहना था। राज्यपाल ने गुरुवार को कहा, शुरू में वह भ्रष्ट नहीं थे, लेकिन बाद में कुछ लोगों के प्रभाव में आकर, जिनका मैं नाम नहीं लूंगा, राजीव गांधी बोफोर्स भ्रष्टाचार मामले में शामिल हो गए। मलिक ने कहा कि बोफोर्स भ्रष्टाचार मामले के मद्देनजर उन्होंने और पीडीपी संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने राज्यसभा की सदस्यता छोड़ दी थी और जन मोर्चा का गठन किया था। श्रीनगर में मलिक ने कहा, इन सबका मतलब यह है कि हमने स्वीकारा कि राजीव गांधी बोफोर्स घोटाला में शामिल थे।